Tricity Today | प्राथमिक विद्यालयों में शुरू हुआ पठन-पाठन
Gautam Buddh Nagar: कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर कम होने के बाद आज से गौतमबुद्ध नगर समेत यूपी में एक से पांच तक के प्राथमिक विद्यालयों में पठन-पाठन शुरू हो गया है। 6 से 8 तक के स्कूल 24 अगस्त को ही खुल गए थे। हालांकि इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह ध्यान रखा गया। जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग के सभी परिषदीय स्कूलों में कोरोना गाइडलाइंस का ध्यान रखते हुए बच्चों का स्वागत किया गया। इससे पहले कोरोना की दूसरी लहर से पहले करीब एक महीने स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन चला था।
राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक स्कूल 2 पालियों में चलेंगे। हालांकि तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए कुछ अभिभावक बच्चों को विद्यालय भेजने के पक्ष में नहीं हैं। जिले के निजी स्कूलों में बच्चों भेजने के लिए अभिभावकों ने सहमति नहीं जताई हैं। अधिकतर स्कूल प्रबंधक, अभिभावकों की सहमति का इंतजार कर रहे हैं। इसकी वजह से इनमें क्लास शुरू नहीं हो पाएंगी। अभिभावकों को तीसरी लहर और बच्चों की सुरक्षा की चिंता सता रही है। गौतमबुद्ध नगर में बेसिक शिक्षा विभाग के 577 प्राथमिक और उच्च विद्यालय हैं।
कोविड प्रोटोकॉल का हुआ पालन
साथ ही तीन कस्तूरबा गांधी विद्यालय हैं। इन स्कूलों में करीब 86 हजार छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। एक से पांचवी क्लास के बच्चों के लिए भौतिक रूप से क्लास शुरू हो गई है। आज पहले दिन बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए पूरे इंतजाम किए गए हैं। हर क्लासरूम को सैनिटाइज किया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डीके सक्सेना ने बताया कि स्कूलों में कोरोना की गाइडलाइन का ख़ास ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए शिक्षकों के साथ ही अन्य सदस्यों को टीकाकरण के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिन शिक्षकों के दोनों डोज लगा चुके है, वे बच्चों को पढ़ाएंगे। उनका कहना है कि पठन-पाठन के दौरान नियमों को ध्यान में रखने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
प्राइवेट स्कूलों में नहीं शुरू हुई पढ़ाई
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में स्थित दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल ज्योति अरोड़ा ने बताया, विद्यालय में पूरी तैयारी की जा चुकी है। लेकिन अभी काफी कम अभिभावकों ने बच्चों के भेजने पर सहमति जताई है। अभिभावकों के साथ फिर से सर्वे किया जा रहा है। प्रज्ञान स्कूल की प्रिंसिपल रुचिका शर्मा ने बताया, छोटे बच्चों की क्लास अभी शुरू नहीं हो पाएगी। अभिभावकों से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही उनको सुरक्षा के बारे में बताया जा रहा है। ताकि वे संतुष्ट हो सकें। रियान इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्य सुधा सिंह कहा, बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए अभिभावक अभी पूरी तरह सहमत नहीं हैं। एक सप्ताह का इंतजार किया जाएगा। इसके बाद निर्णय किया जाएगा।
खतरनाक साबित हो सकता है
एनसीआर पेरेंट्स एसोसिएशन अध्यक्ष सुखपाल सिंह तूर ने कहा, बच्चों की सुरक्षा बेहद जरूरी है। अभी स्कूल खोलना जल्दबाजी है। पहले हमें टीकाकरण व मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (खासकर बच्चों के लिये) पर ध्यान देना चाहिए। छोटे बच्चे कोविड प्रोटोकॉल व सोशल दूरी का ख्याल नहीं रख पाएंगे। डेल्टा वेरिएंट व थर्ड वेव की खबरों के बीच अभी बिना तैयारी के स्कूल खोलना खतरनाक हो सकता है।