गौतमबुद्ध नगर में ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए अलग से कोविड-19 टीकाकरण शिविर लगाने की मांग की गई है। नोएडा की निवासी और सामाजिक कार्यकर्ता उरोज ने जिलाधिकारी सुहास एलवाई से यह मांग की है। उन्होंने कहा है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा के ट्रांसजेंडरों के लिए जिले में अलग से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कैंप लगाया जाए।
उरूज़ हुसैन का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर में सैकड़ों ट्रांसजेंडर रहते हैं। लेकिन ट्रांसजेंडर कोरोना टीकाकरण को लेकर जागरूक नहीं है। जिसका कारण यह है कि वह टीकाकरण के स्थान पर नहीं पहुंच पाते, क्योंकि अधिकतर व्यक्ति ट्रांसजेंडर को देखकर कुछ असुविधा महसूस करता है। उन्होंने डीएम सुहास एलवाई से मांग की है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसी एक स्थान पर ट्रांसजेंडरों के लिए अलग से कोरोना वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाए।
अफवाह का शिकार है ट्रांसजेंडर
उरूज़ हुसैन नोएडा के सेक्टर-74 में रहती है। वो सेक्टर-119 में एक रेस्टोरेंट भी चलाती है। उरोज हुस्सैन का कहना है कि जिले में इस समय करीब 2 हजार से ज्यादा ट्रांसजेंडर रहती है। अधिकतर ट्रांसजेंडर बिना पढ़े हुए है। जिससे वो उन लोगों की बातों में आ जाते है, जो यह कहते है कि कोरोना वैक्सीन शरीर के लिए नुकसानदायक होती है। इसलिए जिला प्रशासन को ट्रांसजेंडरों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए। जब शहर में ट्रांसजेंडरों के लिए वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाऐगा। तो ट्रांसजेंडर अपने आप ही समझ जायेंगे कि कोरोना वैक्सीनेशन से कोई नुकसान नहीं होता है।
जिले में कुल 20 ट्रांसजेंडरों का टीकाकरण हुआ
एक ट्रांसजेंडर राम काली का कहना है कि “ज्यादातर ट्रांसजेंडर इस अफवाह के शिकार हो गए हैं कि टीकाकरण से शरीर को नुकसान हो सकता है। हम उन्हें जागरूक कर रहे हैं और उन्हें कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित कर रहे है। उन्होंने बताया कि उनका एनजीओ अब तक सेक्टर-30 जिला अस्पताल में 20 ट्रांसजेंडरों का टीकाकरण करवा चुका है। “पिछले दो हफ्तों में हम केवल 20 लोगों को टीका लगवा सके। हम जिला प्रशासन से ट्रांसजेंडरों के लिए एक टीकाकरण शिविर आयोजित करने का आग्रह करते हैं ताकि वे इस प्रक्रिया से बाहर न रहें।”