यूपी की आर्थिक राजधानी और दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहर गौतमबुद्ध नगर में वीकेंड लॉकडाउन हट सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का असर अब जनपद में कम हो गया है। बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या सिर्फ 30 रह गई है। संक्रमण के महज 4 नए मरीज मिले। जबकि वीकेंड लॉकडाउन की वजह से कारोबारियों को भारी नुकसान हो रहा है। इस बारे में कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation Of All India Traders) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र के माध्यम से शनिवार एवं रविवार को बाजार खोलने की मांग की है।
कोरोना पर हो चुका काबू
संगठन का कहना है कि यूपी में बुधवार को कोरोना के सिर्फ 89 नए केस मिले। जबकि, कम आबादी के बावजूद केरल में देश के कुल मरीजों के आधे से ज्यादा मिले। राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में सातों दिन बाजार खुलने लगे हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स दिल्ली (एनसीआर) के संयोजक एवं नोएडा सेक्टर-18 मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार जैन ने कहा है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरी सफलता से कोविड-19 की दूसरी लहर पर काबू पाया गया है। उसकी प्रशंसा अभी हाल में ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी में की। आपकी कार्यकुशलता को देश ही नहीं, विश्व ने भी स्वीकार किया है। इसका परिणाम है कि आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण काबू में है। राज्य में नए मरीजों की संख्या 100 से नीचे आ गई है। सक्रिय मरीज भी 1000 से कम हैं।
28 फीसदी हुआ ई-कॉमर्स का व्यापार
सुशील कुमार जैन ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि कोरोना की वर्तमान स्थिति को देखते हुए प्रदेश में शनिवार एवं रविवार के लॉकडाउन को हटा दिया जाए। शनिवार एवं रविवार को बाजार बन्द होने का सबसे ज्यादा फायदा ई-कॉमर्स कंपनियों को हो रहा है। शनिवार एवं रविवार को सरकारी एवं बहुत से निजी कार्यालयों में छुट्टी होती है। इन दोनों दिन बाजार बन्दी के कारण जनता ई-कॉमर्स पर खरीदारी करती है। आंकड़ों से यह साबित होता है। ई-कॉमर्स का व्यापार कोरोना महामारी के दौरान में 7% से बढ़कर 28% हो गया है। यदि इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया, तो ई-कॉमर्स कंपनियों से पर्तिस्पर्धा में पिछड़ रहा प्रदेश का परंपरागत व्यापार मृतप्राय हो जाएगा।
दिल्ली जा रहा राजस्व
शनिवार एवं रविवार की बन्दी के कारण रेस्टोरेंट आदि का व्यापार भी बहुत प्रभावित हो रहा है। सामान्यतः छुट्टी के दिनों में लोग परिवार के साथ बाहर निकलते हैं। अपनी खर्च करने की क्षमता के मुताबिक रेस्टोरेंट में कुछ वक्त बिताते हैं। इससे रेस्टोरेंट के व्यवसायियों को थोड़ी राहत मिलती है। नोएडा दिल्ली-एनसीआर का प्रमुख शहर है। राजधानी दिल्ली से जुड़ा हुआ है। यहां का ग्राहक शनिवार-रविवार को दिल्ली जाकर अपनी खरीदारी करता है। इसके कारण नोएडा के व्यापार से सरकार को मिलने वाला राजस्व दिल्ली सरकार के पास चला जाता है। इस तथ्य पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देना चाहिए। सुशील कुमार जैन न बताया कि बाजार खोलकर राजस्व का नुकसान बचाया जा सकेगा।