Noida News : नोएडा प्राधिकरण (Noida Aurhority) ने शहर में लाखों लोगों की समस्याओं को हल कराने के लिए बिल्डर-बायर के साथ बैठकें शुरू की थी। इस अभियान का मकसद खरीदार और बिल्डर के बीच जारी गतिरोध को दूर कर सामंजस्य का माहौल पैदा करना था। लेकिन अब अथॉरिटी के अफसर इस मिशन में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसकी वजह से शहर की सैकड़ों सोसायटी में अब भी आरडब्लूए, आओ और निवासी बिल्डरों से संघर्ष कर रहे हैं।
करीब 2 साल तक निवेदन करने के बाद प्राधिकरण ने 7X सेक्टर में स्थित प्रतीक विस्टीरिया के एओए और बिल्डर से मीटिंग का वक्त दिया था। इसको लेकर निवासी और एओए पदाधिकारी उत्साहित थे। पहले मीटिंग सोमवार, 25 अक्टूबर को होनी थी। लेकिन आखिरी क्षणों में इसे कैंसिल कर दिया गया और प्रतीक विस्टीरिया एओए पदाधिकारियों को कोई वजह नहीं बताई गई।
1 घंटे इंतजार किया
उसके बाद बुधवार, 27 अक्टूबर को दोपहर 2:30 बजे वर्चुअल मीटिंग के लिए कहा गया। प्रतीक विस्टीरिया एओए के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि टीम दोपहर 2:30 बजे से ऑनलाइन बैठक का इंतजार करती रही। हमारे पास 3:15 बजे तक प्राधिकरण की तरफ से कोई जानकारी नहीं मिली। अंततः इंतजार करते-करते हमने प्राधिकरण में कॉल किया। तब हमें बताया गया कि अधिकारी व्यस्त हैं। इस वजह से आज भी मीटिंग नहीं हो पाएगी।
निवेदन करना पड़ता है
प्राधिकरण के इस रवैये से एओए और निवासियों में रोष है। उनका कहना है कि अथॉरिटी, बायर और बिल्डर के साथ बैठक कर मसले हल कराना नहीं चाहती। प्राधिकरण निवासियों को राहत देना नहीं चाहता है। इसीलिए हम लोगों को अपना पैसा देने के बावजूद अधिकार लेने के लिए अथॉरिटी और बिल्डर के आगे बार-बार निवेदन करना पड़ रहा है।
करते रहे इंतजार
एओए अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा, प्राधिकरण के अधिकारियों का यह रवैया बेहद दुखद है। अगर अधिकारी उपलब्ध नहीं हैं, तो हमें समय से सूचित किया जा सकता था। सोमवार को भी आखिरी पल में बैठक कैंसिल की गई। बताया गया था कि कोई बड़े अधिकारी अथॉरिटी पहुंचे हैं। आज फिर वही स्थिति रही। हम 1 घंटे तक इंतजार करते रहे। लेकिन अफसर बैठक में शामिल नहीं हुए। उसके बाद हमें ही कॉल कर पता करना पड़ा। तब मालूम हुआ कि आज भी बैठक नहीं हो पाएगी। इससे साफ है कि प्राधिकरण निवासियों के मसलों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं है।