बड़ी खबर : नोएडा में मासूमों की जान के साथ खिलवाड़!, आदेश के बावजूद कई स्कूल खुले

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

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Noida : नोएडा में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है। शहर के लोग बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर के सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया गया है लेकिन उसके बावजूद जिले के कई स्कूल खुले हुए रहें। बच्चे जान को जोखिम में डालकर स्कूल गए। स्कूल प्रशासन जिला अधिकारी सुहास एलवाई के आदेश को अनदेखा किया है। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी द्वारा 8 नवंबर तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया गया था।

बच्चे करेंगे ऑनलाइन पढ़ाई
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण नोएडा प्रशासन ने फैसला लिया कि शुक्रवार से कक्षा एक से लेकर आठ तक के बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। फिर भी दमघोंटू प्रदूषण के बीच छोटे-छोटे बच्चे स्कूल बैग थामे स्कूल जाने को मजबूर दिखे। जिसे देखकर लग रहा है कि नोएडा के इन स्कूलों को बच्चों के स्वास्थ्य की कोई फिक्र ही नहीं रही। सरकारी आदेशों को दरकिनार करते हुए प्राइवेट स्कूल संचालकों ने स्कूल खुले रखे। बता दें, आठवीं से बारहवीं तक के स्कूलों को खोलने या ऑनलाइन क्लासेस लेने का फैसला स्कूल मैनेजमेंट व अभिभावकों पर छोड़ दिया गया है। हिदायत दी गई है कि अगर बारहवीं तक के छात्र छात्राओं को स्कूल में बुलाया जाता है तो आउटडोर एक्टिविटी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगी। बच्चों को खुले में नहीं रखा जाएगा।

एनसीआर गैस चैंबर बनी
नोएडा क्षेत्र में वायु प्रदूषण के चलते लोगों का जीना दूभर हो गया है। एनसीआर गैस चैंबर बनी हुई है। वायु प्रदूषण के चलते लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। आंखों में जलन हो रही है। दमा और टीवी के मरीजों के लिए यह मौसम जानलेवा साबित हो रहा है।

डीजल वाहन, इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन बंद करने का आदेश
पिछले 1 सप्ताह से नोएडा समेत पूरे एनसीआर में प्रदूषण ने बुरा हाल कर रखा है। हालात काबू करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान का स्टेज 4 घोषित कर दिया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने शुक्रवार की दोपहर तक आदेश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि जिले में डीजल से चलने वाले वाहन बंद रखे जाएंगे। गैस सीएनजी इंडस्ट्री और सारी कंस्ट्रक्शन साइट तत्काल बंद करने का आदेश जारी किया गया है। केवल बीएस-6 स्टैंडर्ड के डीजल वाइकल चलाए जा सकते हैं। सीएनजी से चलने वाले इंडस्ट्री ऊपर कोई पाबंदी नहीं रहेगी। कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वर्क पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं।

बच्चों बुजुर्गों और बीमारों को हो रही है बड़ी परेशानी
पूरे एनसीआर में 200 किलोमीटर के दायरे में एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब है। कई स्थानों पर एक्यूआई 400 के पार चल रहा है। ऐसे में छोटे बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एनसीआर के अस्पतालों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सांस से जुड़े रोगी परेशान होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। छोटे बच्चे लगातार खास रहे हैं। अभिभावक परेशान है।

एनसीआर का ताजा AQI
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताजा आंकड़े के मुताबिक, शनिवार सुबह गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 366, नोएडा में 321 और दिल्ली में 415 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के अनुसार, ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 349, फरीदाबाद में 371, गुरुग्राम में 372, मानेसर में 348, भिवानी में 404, बुलंदशहर में 181, हापुड़ में 225 और सोनीपत में एक्यूआई 347 रहा। शाम होते ही नोएडा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता दिखाई दिया। नोएडा में एक्यूआई 429 के स्तर पर दिखा।

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