ISKCON नोएडा में जन्माष्टमी की तैयारी : इस दिन धूमधाम से निकाली जाएगी शोभायात्रा, हरि बोल के कीर्तन से गूंजेगा शहर

नोएडा | 1 साल पहले | Nitin Parashar

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Noida News : हर साल की तरह इस बार भी नोएडा में सात सितंबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। शहर के मशहूर मंदिरों में शुमार इस्कॉन टैंपल की ओर से इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है।

शोभा यात्रा का आयोजन
इस्कॉन मंदिर में शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया प्रभारी एकांत धाम दास ने बताया कि 26 अगस्त को शोभा यात्रा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा शाम चार बजे सेक्टर-18 स्थित गुरुद्वारे से प्रारम्भ होगी और अट्टा मार्केट, सब मॉल, डीएम चौक, स्टेडियम, चौड़ा मोड़ और एडोब चौक होते हुए शाम सात बजे इस्कॉन नोएडा मन्दिर पहुंचेगी। पूरे रास्ते में हरिनाम संकीर्तन होगा, बच्चों की झांकियां होंगी। इसमें बैण्ड, घोड़े व हाथी होंगे। सभी को प्रसाद वितरित किया जाएगा। शोभा यात्रा में लगभग 2500 भक्तों के सम्मिलित होने की आशा है।

झूलन यात्रा
यह एक पारम्परिक उत्सव है। वर्षा ऋतु में उमस बहुत बढ़ जाती है। इसलिए भगवान को सुन्दर ठण्डी हवा प्रदान करने के लिए भक्तगण उन्हें प्रतिवर्ष झूले पर बिठाकर झूला झुलाते हैं। भगवान को झूला झुलाने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है और भगवान श्री राधा कृष्ण के प्रति प्रेम में वृद्धि होती है। अत: प्रेम के इस उत्सव को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। पांच दिनों तक चलने वाला यह उत्सव 27 अगस्त को पवित्रोपण एकादशी के दिन प्रारम्भ होगा और बृहस्पतिवार 31 अगस्त को बलराम जयन्ती के दिन इसका समापन होगा। नोएडावासी इन पांच दिनों तक इस उत्सव में भाग ले सकते हैं।
विशेष झूला बनाने में जुटे भक्त
भगवान श्री राधा कृष्ण को झूला झुलाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए इस्कॉन नोएडा के भक्त भगवान के लिए विशेष झूला बनाने में जुटे हुए हैं। झूले को साज-सामग्री और फूलों से अत्यन्त सुन्दर ढंग से सजाया जाएगा। इस उत्सव में प्रतिदिन लगभग दो हजार लोग दर्शन और झूलन यात्रा में भाग लेंगे।

बलराम की लीलाओं का मंचन 
भगवान बलराम का जन्मोत्सव, बलराम पूर्णिमा 31 अगस्त को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव सांयकाल 6 बजे प्रारम्भ होगा। जिसमें भजन, कीर्तन, भगवान का अभिषेक, प्रवचन और सभी के लिए प्रसादम की व्यवस्था की जाएगी। भगवान का पंञ्चगव्य (दूध, दही, शहद, घी, फलों के रस एवं पुष्प) से सुन्दर अभिषेक किया जाएगा। इस अवसर पर भगवान बलराम की लीलाओं का मंचन करते हुए एक विशेष नाटिका प्रस्तुत की जाएगी तथा मटकी फोड़ उत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। इस उत्सव में लगभग 1500 लोगों के भाग लेने की आशा है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
आयोजकों ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सात सितम्बर को मनाया जाएगा। इस उत्सव के लिए भक्तगण पिछले चार माह से तैयारियों में जुटे हुए हैं। पूरे मन्दिर की साफ सफाई और रंग रोगन किया जा रहा है। मन्दिर को सुन्दर ढंग से सजाया जा रहा है। भगवान के लिए भोग की सामग्री एकत्र की जा रही है। भगवान की सुन्दर पोशाक तैयार की जा रही है। पूरे मन्दिर को रंग बिरंगी लाइटों और  फूलों से सजाया जाएगा। भगवान का पंञ्चगव्य (दूध, दही, शहद, घी, फलों के रस एवं पुष्प) से सुन्दर अभिषेक किया जाएगा। भगवान को 108 प्रकार के देशी और विदेशी अलग-अलग व्यंजन अर्पित किए जाएंगे। जिसमें कईं प्रकार के खीर, हलवे, सब्जियों, स्नैक्स और केक सम्मिलित होंगे।

पार्किंग की व्यवस्था 
भगवान का दर्शन पूरे दिन प्रात: 4:30 बजे से रात 12 बजे तक खुला रहेगा। पूरे दिन भगवान के पवित्र नाम का कीर्तन होगा और सभी के लिए पूरा दिन प्रसादम वितरित किया जाएगा। मन्दिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जनसामान्य पार्किंग की व्यवस्था एडोब चौक, सैक्टर 25 के पास की गई है। विशेष निमंत्रण पत्रधारियों के लिए पार्किंग व्यवस्था नोएडा हाट के पास की जा रही है। इस वर्ष उत्सव में देश विदेश के भक्तों सहित लगभग पांच लाख लोगों के सम्मिलित होने की आशा है।

श्रील प्रभुपाद आविर्भाव तिथि महामहोत्सव
इस्कॉन के संस्थापकाचार्य, कृष्णकृपामूर्ति श्रीमद एसी भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद का जन्मोत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अगले दिन, शुक्रवार आठ सितंबर को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव सुबह 10 बजे मनाया जाएगा। उसमें भजन, कीर्तन और सभी के लिए प्रसादम वितरित किया जाएगा। 1896 में जन्मे श्रील प्रभुपाद अपने गुरु महाराज के आदेश पर 1965 में एक मालवाहक जलयान (कार्गो शिप) में बैठकर न्यूयॉर्क गए तथा वहां के हिप्पियों को कृष्ण भक्त बना दिया। तब से अब तक इस्कॉन श्रील प्रभुपाद की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए विश्व के सभी देशों में कृष्ण भक्ति का प्रचार कर रहा है। इस उत्सव में लगभग दो हजार भक्त सम्मिलित होने की आशा है।

श्रीराधा अष्टमी
भगवान श्रीकृष्ण की नित्य संगिनी राधारानी का जन्मोत्सव शनिवार 23 सितम्बर को मनाया जाएगा। मुख्य उत्सव दोपहर 12 बजे प्रारम्भ होगा। उसमें भजन, कीर्तन, भगवान का अभिषेक और सभी के लिए प्रसादम की व्यवस्था होगी। इसके लिए युगल जोड़ी की नई पोशाक तैयार की जा रही है। भगवान का पंञ्चगव्य (दूध, दही, घी शहद, फलों के रस एवं पुष्प) से अभिषेक किया जाएगा। भगवान की लीलाओं को प्रदर्शित करती हुई, एक सुन्दर नाटिका प्रस्तुत की जाएगी और सभी को प्रसादम वितरित किया जाएगा। इस उत्सव में लगभग तीन हजार लोगों के सम्मिलित होने की आशा है।

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