Noida News : उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे सख्त अभियान से राज्य को बड़ी कामयाबी मिली है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने 2014 से 2023 के बीच कुल 638 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी नोएडा के समाजसेवी रंजन तोमर द्वारा दाखिल आरटीआई के जवाब में सामने आई है। जिससे यह साफ हो गया है कि सरकार भ्रष्टाचार के मामलों पर पूरी गंभीरता से कार्रवाई कर रही है।
साल दर साल बढ़ती गिरफ्तारियां
आरटीआई के जवाब में भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने बताया कि वर्ष 2014 में जहां केवल 19 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 152 तक पहुंच गई। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि पिछले दशक में भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदमों में तेजी आई है। वर्ष 2015 में 48, वर्ष 2016 में 30, वर्ष 2017 में 53, वर्ष 2018 में 80, वर्ष 2019 में 100, वर्ष 2020 में 34, वर्ष 2021 में 41 और वर्ष 2022 में 81 लोक सेवकों को गिरफ्तार किया गया।
योगी सरकार की सख्ती से मिली सफलता
इन आंकड़ों से यह साफ है कि योगी सरकार ने भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए कानूनों को और सख्त बनाया है। 2014 में केवल 19 गिरफ्तारियों के मुकाबले 2023 में 152 लोक सेवकों की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि भ्रष्टाचार के मामलों में अब कोई समझौता नहीं किया जा रहा है। सरकार की कड़ी नीतियों और सख्त कानूनों का असर दिख रहा है, जिससे आम जनता को भी राहत मिल रही है।
जनता को मिल रही राहत
भ्रष्टाचार के खिलाफ इस सख्त अभियान से जनता को न केवल न्याय मिल रहा है, बल्कि यह भी सुनिश्चित हो रहा है कि अब भ्रष्ट अधिकारी कानून की पकड़ से बच नहीं पाएंगे। संगठन को सरकार द्वारा दिए गए अधिकारों के कारण आम जनता अब भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर आवाज उठा सकती है। उनके समर्थन में एक मजबूत सरकारी संगठन खड़ा है।