NOIDA BREAKING : जय श्रीराम के जयकारों के साथ हुआ रावण दहन, सुरक्षा में जुटी पुलिस

नोएडा | 1 साल पहले | Nitin Parashar

Google Image | रावण दहन



Noida News : सुबह से ही नोएडा एनसीआर में दशहरा पूजा की धूम है। साथ ही रावण दहन को लेकर भी हर साल की तरह इस बार भी लोगों में जोश चरम पर है। नोएडा स्टेडियम में जय श्री राम के जयकारों के साथ रावण के पुतले का दहन कर दिया गया है। इसके अलावा कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले का भी दहन किया गया है। रावण का पुतला इस बार 70 फीट का, कुंभकरण का पुतला 65 फीट और मेघनाद का पुतला 60 फीट का बनाया गया। इन सभी में करीब 7000 पटाखे लगाए गए हैं। नोएडा स्टेडियम की आसपास की सड़के भीड़ से भरी हुई है। रावण दहन को देखने के लिए लोग अपने परिवारों के साथ शाम 4:00 बजे से पहुंचने लगे थे।

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है विजयदशमी
पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने कहा कि विजयदशमी का यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। रावण को उसके गलत कृत्य की सजा भगवान श्रीराम ने दी एवं उसका वध कर दिया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के आदर्शों पर चलकर ही समाज व देश का भला हो सकता है। क्षेत्रीय विधायक पंकज सिंह ने कहा कि रामलीला केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है। इससे समाज को एक नई दिशा मिलती है। यहां पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को भगवान श्रीराम का अनुसरण करना चाहिए।

इन जगहों पर हुआ रावण दहन
शहर में नोएडा स्टेडियम के रामलीला मैदान के अलावा सेक्टर-62 श्री राम मित्र मंडल, सेक्टर-46 श्रीराम लखन धार्मिक लीला कमेटी, सेक्टर-110 महर्षि नगर रामलीला समिति और सेक्टर-12 श्री बजरंग रामलीला संचालिका समिति की रामलीला में भी रावण के पुतलों का दहन किया गया। सेक्टर 120 आरजी रेजिडेंसी, सेक्टर-77 प्रतीक विस्टेरिया, सेक्टर-70 पैन ओएसिस समेत कुछ अन्य इलाकों में भी कार्यक्रमों के आयोजन कर छोटे आकार में रावण का पुतला जलाया गया।

कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
एडीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि रावण दहन के दौरान आने होने वाले आने वाले लोगों को कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए तैयारी पहले से की गई थी। मेले में 400 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है। डॉग स्क्वॉड की टीम लगातार मेले के अंदर और बाहर चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है। इमरजेंसी एग्जिट गेट भी बनाए गए हैं। साथ ही 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे स्टेडियम के अंदर और बाहर लगाए गए हैं। इनकी निगरानी के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।

क्यों मनाया जाता है दशहरा
आज दशहरे का पर्व मनाया जा रहा है और यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत के तौर पर मनाया जाता है। हर वर्ष यह पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। पुराणों और शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन भगवान राम ने रावण और माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था इसलिए इस तिथि को विजयादशमी के तौर पर भी मनाया जाता है। इस दिन ज्यादातर जगहों पर रावण दहन किया जाता है। तंत्र शास्त्र में बताया गया है कि दशहरे के दिन रावण दहन की लकड़ी आपके कई बिगड़े काम बना सकती है। रावण दहन की लकड़ी के कुछ उपाय करने से कभी भी धन धान्य की कमी नहीं होती और नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं।

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