Noida News : आवासीय परियोजनाओं की लंबित समस्याओं की कड़ी में एक और मामला सामने आया है। सेक्टर-120 में स्थित आरजी रेसिडेंसी सोसाइटी में पैसे देने के बावजूद मूलभूत सुविधाएं के लिए दर-दर भटक रहे हैं। निवासियों ने अपनी 8 सालों से लंबित मांगों को लेकर बिल्डर के खिलाफ 25 फीट का विशाल बैनर बैनर लगाया है, जिसमें बिल्डर की कथित लापरवाही को उजागर किया गया है।
500 फ्लैट्स की रजिस्ट्री लंबित
आरजी रेजीडेंसी एओए ने बताया कि बिल्डर ने लगभग 500 फ्लैट्स की रजिस्ट्री अभी तक लंबित रखी है। इतना ही नहीं, वादा की गई अनेक सुविधाएं जैसे बैंक्वेट हॉल, स्विमिंग पूल, जिम, इनडोर गेम्स और पार्क अभी तक अधूरे पड़े हैं। विडंबना यह है कि बिल्डर ने अपनी पुरानी परियोजना को पूरा किए बिना ही 'मिराज' नाम से दो नए टावर बनाने की मंजूरी हासिल कर ली है।
NCLT में दिवालिया घोषित है बिल्डर
एओए ने बताया कि मामले को और गंभीर बनाता है यह तथ्य कि बिल्डर पहले ही NCLT में दिवालिया घोषित हो चुका है और नोएडा प्राधिकरण के 170 करोड़ रुपये की देनदारी उस पर बाकी है। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने न केवल IBMS, एसटीपी, पावर बैकअप और सोलर पैनल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई हैं, बल्कि फायर फिटिंग जैसी आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था भी अधूरी है।
कोई सुनवाई नहीं हो रही : निवीसी
एओए के एक सदस्य ने बताया कि 2019 में नोएडा प्राधिकरण ने एसोसिएशन को पूर्ण हैंडओवर का आदेश जारी किया था, लेकिन आज तक इस पर अमल नहीं हुआ है। निवासियों ने कहा कि वे लगातार प्राधिकरण और सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उनके पास अब शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। आने वाले दिनों में वे अपनी आवाज को और बुलंद करने की योजना बना रहे हैं।