नोएडा का बड़ा मुद्दा : सेक्टर में रातों-रात लगा मोबाइल टावर, निवासियों ने प्राधिकरण के खिलाफ खोला मोर्चा

नोएडा | 2 साल पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | मोबाइल टावर के विरोध में प्रदर्शन



Noida News : सेक्टर-122 के दर्जनों निवासियों ने रविवार की सुबह सोसाइटी में लगे मोबाइल टावर के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ भी नारेबाजी की। यहां के निवासियों का कहना है कि ग्रीन बेल्ट में घरों के पास टावर लगने खासतौर पर बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को गहरे असर पड़ता हैं। इसके कारण हम असुरक्षित हैं। सोसाइटी के निवासियों ने बताया कि इस टावर को रात में लगाया गया है। जिससे कोई दिन में देख ना सकें।

रेडिएशन लोगों के लिए जानलेवा
डॉ.केशव नथानी ने बताया, "यह टावर इसी हफ्ते लगाया गया है। इसका काम अभी पूरी तरीके से पूरा नहीं हुआ। इसी तरह अन्य दो और मोबाइल टावर इस सेक्टर में पहले से लगाए जा चुके हैं। जिसकी वजह से सेक्टर-122 के निवासी प्रदर्शन करने को मजबूर है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सेक्टर और ग्रीन बेल्ट में लगे इन टावर्स से हमारा जीवन असुरक्षित है और हमारे लिए बहुत हानिकारक है, जिसको हम कतई बर्दाश्त नहीं कर सकते।"

तीनों टावर्स को हटाने के लिए प्राधिकरण से लगाई गुहार
मुक्ता शर्मा ने कहा, "इन तीनों टावर्स को हटवाने के लिए हम नोएडा प्राधिकरण के सीईओ, पुलिस और विधायक से मिल चुके हैं, लेकिन किसी के कान में जूं नहीं रेंग रही है। यह काम मोबाइल टावर कंपनी और प्राधिकरण की मिलीभगत से हुआ है। मोबाइल टावर के पास ही हमारे घर हैं और पार्क भी है, जिनमें हर उम्र के लोग घूमते हैं। यह बहुत ही हानिकारक है।"

रात में लगाया गया था मोबाइल टावर
आरडब्यूए अध्यक्ष उमेश शर्मा ने बताया, "मोबाइल टावर से निकलने वाली रेडिएशन हमारे शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है। सेक्टर-122 के ए और सी ब्लॉक में पहले ही दो टावर लगाए जा चुके हैं। इसके बाद यह रात में काम करके ग्रीन बेल्ट में खड़ा कर दिया। जिसका हम पूरजोर विरोध कर रहे हैं। इस टावर का काम और कंस्ट्रक्शन रात में हुआ है। दिन निकलते ही इसका काम बंद हो जाता है। इसका मतलब है कि यह पूरी तरह से अवैध तरीके से लगाया जा रहा है। जब तक यह टावर नहीं हटेगा, तब तक हम लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे।"

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