सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन की आजादी पर ग्रहण : आरके अरोड़ा की मुश्किलें कायम, जमानत के बावजूद जेल में रहने को मजबूर

नोएडा | 9 महीना पहले | Mayank Tawer

Tricity Today | सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन



Noida News : सुपरटेक ग्रुप से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा अभी 30 दिनों तक जेल में कैद रहेंगे। वैसे तो उनकी जमानत बीते 16 जनवरी 2024 को हो गई थी, लेकिन अभी तक वह अंतिम जमानत पर बाहर नहीं आए हैं। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान जज साहब ने कहा है कि सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा की अंतिम जमानत को 30 दिनों के लिए बढ़ाया जाता है।

प्रवर्तन निदेशालय की यह याचिका खारिज
इस मामले की सुनवाई अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेंदर कुमार जंगाला ने की। सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने जज साहब के सामने कहा, "अगर आरके अरोड़ा अंतरिम जमानत पर बाहर आए तो वह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है और घर खरीदारों को धमकियां दे सकता है, लेकिन इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। हालांकि, केंद्रीय जांच एजेंसी के द्वारा अपनी पूरी चार्जशीट को पहले ही कोर्ट के सामने पेश कर चुकी है।

कोर्ट के किस आधार पर दी आरके अरोड़ा को जमानत 
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आरके अरोड़ा ने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत की मांग की थी। उनका कहना था कि उनके स्वास्थ्य में दिन प्रतिदिन गिरावट आ रही है। बीते महीने कुछ दिनों के लिए उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था, लेकिन उससे भी उन्हें विशेष लाभ नहीं हुआ। अब एक बार आरके अरोड़ा ने स्वास्थ्य के आधार पर पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 90 दिनों के लिए अंतरिम जमानत की मांग की थी। जिसके बाद कोर्ट ने बीते 16 जनवरी 2024 को सुनवाई करते हुए उन्हें 30 दिन की अंतरिम जमानत दी थी।

गौतमबुद्ध नगर का सबसे बड़ा डिफॉल्टर बिल्डर
सुपरटेक बिल्डर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी का सबसे बड़ा डिफॉल्टर बिल्डर है। हजारों की संख्या में प्रॉपर्टी खरीददार निर्माण पूरा होने और कब्जा मिलने का इंतजार कर रहे हैं। अधिकतर खरीदार पूरा पैसा सुपरटेक बिल्डर को दे चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी उनको अपने सपनों का घर नहीं मिल रहा। इसलिए आरके अरोड़ा को गौतमबुद्ध नगर का सबसे बड़ा डिफॉल्टर बिल्डर कहा जाता है।

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