Noida News : हर साल की तरह इस वर्ष भी एक अप्रैल से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूलों में बसों की जांच होगी। परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम निजी स्कूलों में जाकर बसों की जांच करेगी। जांच के दौरान कोई कमी मिलने पर दुरुस्त करने के निर्देश दिए जाएंगे। आपको बता दें कि एक अप्रैल से स्कूलों में नया सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में छात्रों के सुरक्षित सफर के लिए परिवहन विभाग (Transport Department) बसों की जांच करेगा।
स्कूलों को पहले ही दे दिए निर्देश
परिवहन विभाग के मुताबिक, नोएडा में स्कूलों की 1800 से अधिक बस पंजीकृत हैं। लगभग इतनी ही संख्या स्कूलों में लगी निजी ऑपेरटर्स की बस की भी है। निजी स्कूल बसों में नियमों का पालन अनिवार्य हैं। जिसके लिए उन बसों की जांच की जाएगी। इसमें बसों की फिटनेस जांच के अलावा खिड़की का ग्रिल से पूरी तरह से कवर होना समेत अन्य नियम शामिल हैं। स्कूलों को पहले ही निर्देश हैं कि बसों को दुरुस्त रखा जाए। यदि जांच में बसों में कोई कमी मिलेगी तो उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया जाएगा और इसके बाद ही बस को सड़क पर उतारने की अनुमति दी जाएगी।
ऑटो और ई रिक्शा के खिलाफ होगी कार्रवाई
कई स्कूल बसों का इस्तेमाल ड्राइवर दिन में बच्चों के लाने ले जाने के बाद सवारी के लिए भी करते हैं और यह गलत है। वहीं, ऑटो और ई-रिक्शा का स्कूली वाहनों के तौर पर इस्तेमाल गलत है। इन वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इनमें इन वाहनों के चालान और जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।