Noida News : नोएडा शहर से बड़ी खबर है। शहर के सेक्टर-56 में स्थित उत्तराखंड पब्लिक स्कूल की सीलिंग खत्म कर दी गई है। स्कूल प्रबंधन ने मंगलवार की शाम तक चार करोड़ 19 लाख रुपए जमा करवाए थे। साथ ही मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी को पत्र लिखकर स्कूल की सीलिंग खत्म करने का निवेदन किया था। जिस पर बुधवार को वर्क सर्किल एक के वरिष्ठ प्रबंधक ने पत्र जारी किया। स्कूल प्रबंधन को बताया कि सीलिंग को खत्म कर दिया गया है। अब गुरुवार की सुबह से स्कूल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत खुलेगा। शहर के 1400 से ज्यादा परिवारों ने राहत की सांस ली है।
अथॉरिटी ने 4.19 करोड़ रुपये जमा कराए
नोएडा के सेक्टर-56 में स्थित उत्तराखंड पब्लिक स्कूल ने जमीन के बकाया में मंगलवार तक 4.19 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। करीब एक चौथाई बकाया रकम जमा होने से बंद स्कूल के खुलने की उम्मीद जग गई थी। हफ्ते भर से यह स्कूल सील था। नोएडा अथॉरिटी ने बुधवार को स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा था कि बच्चों से जुड़ा मामला होने की वजह से कुछ रियायत दी जा सकती है, लेकिन स्कूल को बकाया तो चुकाना ही पड़ेगा।
स्कूल बंद होने से अभिभावक थे परेशान
नोएडा अथॉरिटी ने 24 अप्रैल को स्कूल सील कर दिया था। पैरंट्स अपने बच्चों के भविष्य के लिए जिले के अधिकारियों के पास लगातार चक्कर लगा रहे हैं। रविवार को पैरंट्स ने मीटिंग करके चेतावनी दी कि अगर तीन दिन में स्कूल नहीं खुलेगा तो पैरंट्स बच्चों के साथ स्कूल मैनेजमेंट और अथॉरिटी के बाहर प्रदर्शन करेंगे। दूसरी तरफ अभिभावकों की ओर से स्कूल मैनेजमेंट पर बकाया जमा करने का दबाव बनाया जा रहा था। स्कूल पर प्राधिकरण का 15.49 करोड़ रुपये का बकाया हैं। अथॉरिटी ने बकाया नहीं चुकाने की वजह से स्कूल को सील कर दिया। अथॉरिटी ने कई बार नोटिस जारी किया लेकिन स्कूल की ओर से कार्रवाई नहीं की गई। पैरंट्स की ओर से मंगलवार को बताया गया था कि स्कूल मैनेजमेंट ने पांच प्रतिशत रेस्टोरेशन फीस जमा कराई है। साथ ही 20 प्रतिशत बकाया जमा करने की हामी भरी है। अथॉरिटी ने कहा है कि 20 प्रतिशत जमा होते ही स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा।
लोगों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजा ई-मेल
पैरंट्स बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और स्कूल खुलवाने के लिए हर प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में रणजीत नाम के अभिभावक ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मेल किया है। उन्होंने मंत्री से गुहार लगाई है कि प्रशासनिक मुद्दों को हल करके स्कूल को खुलवाया जाए, ताकि 1,400 बच्चों का एक साल बर्बाद होने से बच जाए। मेल में पैरंट्स ने स्कूल बंद होने की पूरी घटना का विस्तार से जिक्र किया है।
1991 से बकाया हैं 15 करोड़ रुपये
उत्तराखंड पब्लिक स्कूल पर नोएडा प्राधिकरण के 15 करोड़ रुपए का बकाया हैं। जिसके चलते बीते 24 अप्रैल को स्कूल सील कर दिया गया था। साल 1991 में स्कूल को प्लाट मिला था। अंतिम बार वर्ष 2009 में स्कूल की तरफ से प्राधिकरण को क़िस्त के रूप में पैसा दिया गया था। उसके बाद कोई पैसा नहीं दिया गया। नोएडा प्राधिकरण की तरफ से लगातार स्कूल को नोटिस जारी किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। स्कूल में करीब 1400 बच्चे पढ़ाई करते हैं। कुल मिलाकर स्कूल 32 वर्षों में जमीन का पैसा नहीं चुका पाया।