Noida News : नोएडा के एपीजे इंटरनेशनल स्कूल के स्विमिंग पूल में गुरुवार को चार्टर्ड एकाउंटेंट की डूबने से मौत हो गई। इसके बाद खेल विभाग की नींद टूटी है। डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 14 नामचीन स्कूलों को नोटिस भेजे हैं। इन स्कूलों में स्विमिंग पूल हैं और उनका अवैध रूप से वाणिज्यिक उपयोग किया जा रहा है। स्पोर्ट्स ऑफिसर ने स्कूलों से पूछा है कि नियमों के मुताबिक सिटी मजिस्ट्रेट से स्विमिंग पूल संचालित करने के लिए अनुमति क्यों नहीं ली गई है? बिना अनुमति और अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए स्विंग पूल्स का व्यावसायिक प्रयोग क्यों किया जा रहा है? तीन दिन के अंदर सभी 14 स्कूलों से जवाब मांगा गया है। जवाब नहीं देने पर या जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर स्कूलों को कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। आपको बता दें कि नोएडा में गुरुवार को हादसा होने के बाद आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल ट्राईसिटी टुडे ने यह मुद्दा उठाया था कि शहर के नामचीन स्कूलों में अवैध ढंग से स्वीमिंग पूल का संचालन किया जा रहा है। जिस पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर ने ऐसे स्कूलों को नोटिस भेजने की जानकारी गुरुवार शाम दी थी।
डीएम ने एक महीने पहले भेजा था पत्र
खास बात यह है कि गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष वर्मा की ओर से स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट को 31 मई 223 को एक पत्र भेजा गया था। जिसमें बताया गया था कि स्कूलों और दूसरे स्थानों पर स्विमिंग पूल का अवैध ढंग से संचालन नहीं किया जा रहा है। जिला प्रशासन और सिटी मजिस्ट्रेट से अनुमति लिए बिना स्विमिंग पूल का कमर्शियल उपयोग नहीं होना चाहिए। इसके बावजूद समय रहते एक्शन नहीं लिया गया। जिसका परिणाम यह रहा कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 2 बड़े हादसे हुए हैं। नोएडा के एपीजे इंटरनेशनल स्कूल के पूल में गुरुवार को एक चार्टर्ड एकाउंटेंट डूब गया और उनकी मौत हो गई। इससे पहले ग्रेटर नोएडा के हैबतपुर में एक छात्र की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हुई है।
नामचीन स्कूलों में अवैध धंधा
एपीजे इंटरनेशनल स्कूल में हादसा होने के बाद गौतमबुद्ध नगर की उप क्रीड़ा अधिकारी अनीता नागर ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 14 नामचीन स्कूलों को नोटिस भेजे हैं। यह सारे स्कूल अवैध रूप से एजेंसियों और व्यक्तिगत लोगों से संचालन करवा रहे हैं। अनीता नागर की ओर से भेजे गए नोटिस में बताया गया है कि स्विमिंग पूल का संचालन कल्टफ़िट, तरुण डागर, फ़िटसो और यमुना इंटरप्राइजेज कर रहे हैं। इनमें फ़िटसो, कल्टफ़िट और तरुण डागर स्कूलों में सबसे ज़्यादा स्विंग पूल का अवैध संचालन कर रहे हैं।