खुली बहस की चुनौती : गौतमबुद्ध नगर के दोनों सांसद और तीनों विधायकों को किसान नेता ने लिखी चिट्ठी, मुझे किसान बिल समझा दो आंदोलन खत्म कर देंगे

नोएडा | 4 साल पहले | Rakesh Tyagi

Salman Ali | भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर शिवराज सिंह



केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब 4 सप्ताह से नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर शिवराज सिंह ने गुरुवार की सुबह गौतमबुद्ध नगर के दोनों सांसद और तीनों विधायकों को एक खुला पत्र लिखा है। मास्टर शिवराज सिंह ने इन जनप्रतिनिधियों को चुनौती दी है कि अगर केंद्र सरकार के कानून किसान हितैषी हैं तो वह लोग सार्वजनिक रूप से उनके साथ बहस कर सकते हैं। अगर आप लोग किसान बिल की खूबियों को समझाने में कामयाब रहे तो हम धरना खत्म कर देंगे। अगर इन कानूनों की खामियों को समझाने में किसान सफल रहे तो जनप्रतिनिधियों को उनके साथ आकर धरना देना चाहिए।



मास्टर शिवराज सिंह ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम अपने खून से पत्र लिखकर भेजा था। जिसमें उन्होंने तीन मांग रखी थीं। तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए। एमएसपी की गारंटी दी जाए और देश में किसान आयोग का गठन किया जाए। अब गुरुवार की सुबह मास्टर श्योराज सिंह ने गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर और जिला अधिकारी को एक पत्र भेजा है। मास्टर शिवराज सिंह ने लिखा है, "मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि गौतमबुद्ध नगर के सभी भाजपा सांसद और विधायक खुली बहस के लिए आमंत्रित हैं। डॉक्टर महेश शर्मा, सुरेंद्र सिंह नगर, नोएडा के विधायक पंकज सिंह, दादरी के विधायक मास्टर तेजपाल नागर, जेवर के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह और भारतीय जनता पार्टी के जिम्मेदार पदाधिकारी इस खुली बहस के लिए आमंत्रित हैं। किसी भी उचित पटल पर आकर या मुझे बुला कर अपने समय के मुताबिक मुझसे नए कृषि बिल पर चर्चा या बहस करें। यदि आप मुझे कृषि बिल के फायदे समझाने में सफल रहे तो मैं अपना धरना समाप्त कर दूंगा। और यदि मैं आपको इस कृषि बिल के नुकसान समझाने में सफल रहता हूं तो आप लोग मेरे साथ किसानों के हित में खड़े हो जाना। इस धरने में आपका स्वागत रहेगा।"

आपको बता दें कि नोएडा में चिल्ला गेट और दलित प्रेरणा स्थल पर किसान संगठनों का धरना प्रदर्शन पिछले 4 सप्ताह से लगातार चल रहा है। दलित प्रेरणा स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के नेतृत्व में किसान आंदोलन चल रहा है। किसान लगातार अपने ढंग से केंद्र सरकार का विरोध कर रहे हैं। अब तक कई बार पत्र लिखे जा चुके हैं। प्रतीकात्मक रूप से किसानों ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रदर्शन किया है। सिर मुंडवाया है। मास्टर श्योराज सिंह का कहना है कि किसानों को अगले 6 महीने भी आंदोलन पर बैठना पड़ा तो कोई पीछे हटने वाला नहीं है। जब तक केंद्र सरकार किसान विरोधी कानूनों को वापस नहीं लेती है, तब तक उनका आंदोलन लगातार चलता रहेगा। देश के किसानों की दशकों से चली आ रही किसान आयोग गठित करने की मांग सरकार को माननी होगी।

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