Gautam Buddh Nagar: कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह एलर्ट है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के आदेश पर आज राज्य के सभी 75 जिलों में स्वास्थ्य विभाग मॉक ड्रिल कर रहा है। इसके जरिए स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। इसी क्रम में राजधानी लखनऊ से एक टीम आज, शुक्रवार को नोएडा के सेक्टर-39 में स्थित कोविड अस्पताल पहुंची। यहां टीम के सदस्यों ने अस्पताल का मुआयना किया। मशीनें, बेड, लिफ्ट, फायर और दूसरी बिंदुओं की जांच-पड़ताल की।
पहले से तैयार हैं
हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की चर्चा के बीज पहले ही गौतमबुद्ध नगर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी थीं। गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार शर्मा ने बताया, शासन के आदेश पर एक टीम आज कोविड अस्पताल का दौरा कर रही है। वे अस्पताल में लगी मशीनें, पीडियाट्रिक बेड और मरीजों-तीमारदारों के लिए जरूरी सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं। खासतौर पर बच्चों के लिए तैयार पीडियाट्रिक बेड की भी जांच की गई। दरअसल तीसरी लहर में सबसे ज्यादा खतरा बच्चों के प्रभावित होने का है।
30 पीडियाट्रिक बेड तैयार हैं
इसको देखते हुए राज्य सरकार ने सभी जनपदों के अस्पतालों में पीडियाट्रिक बेड बनाने के आदेश दिए थे। उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में थर्ड वेव से निपटने के लिए तैयारियां मुकम्मल हैं। सेक्टर-39 में स्थित डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल में 30 पीडियाट्रिक बेड और 70 आइसोलेशन बेड बच्चों के लिए खास तौर पर तैयार किए गए हैं। 18 डॉक्टर और 50 से ज्यादा नर्स को प्रशिक्षित किया गया है। वे अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि तैयारियों की समीक्षा के लिए आज 4 ब्लॉक स्तरीय और एक कोविड अस्पताल में मॉक ड्रिल किया जा रहा है।
4 ऑक्सीजन प्लांट चालू हो गए हैं
इसलिए टेक्नीशियन से लेकर सीएमएस तक को अस्पताल में रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की भी कोई कमी नहीं है। अब जनपद में 4 ऑक्सीजन प्लांट चालू हो गए हैं। यहां से पर्याप्त मात्रा में प्राण रक्षक गैस की आपूर्ति हो सकेगी। साथ ही ब्लॉक स्तर के 2 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है। इससे भी जनपद में ऑक्सीजन मिल रही है। हम तीसरी वेव से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जरूरत के मुताबिक तैयारियों को और विस्तार दिया जाएगा। यह टीम अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष पेश करेगी।