Noida : नोएडा पुलिस ई-रिक्शा चोरी की घटना को अंजाम देने वाले चोरों को पकड़कर वाह वाही लूटने में जुटी हुई थी। तभी ऑन कैमरा एक चोर ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। दरअसल, पूरा मामला कोतवाली फेस वन का है। जहां पुलिस ई-रिक्शा चोरों को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने घटना का खुलासा कर रही थी। प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस ने दावा किया कि उसने 12 ई-रिक्शा चोरी के बरामद किए हैं। साथ ही 3 चोरों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है। पुलिस ब्रीफिंग के दौरान एक चोर ने चोरी की घटना को कबूला नहीं, उसने पुलिस पर झूठे तरीके से फसाने का आरोप लगा दिया।
क्या है मामला
पकड़े गए आरोपी बाबू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चोरी की घटना को झूठा बताया। उसने कहा कि वह खुद 2 दिन पहले थाने पहुंचा था। जहां पुलिस ने उसे बिठा लिया और बाद में गिरफ्तारी दिखा दी। बाबू ने आगे कहा कि 12 ई-रिक्शा चोरी के नहीं हैं। ई-रिक्शा के मलिक थाने के बाहर खड़े हुए हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। वहीं कहीं ना कहीं गिरफ्तारी के बाद बाबू ने नोएडा पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
पुलिस का दावा
नोएडा पुलिस की प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी। इस दौरान तीन चोरों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस ने चोरों की पहचान बाबू, वासिफ और मुकद्दर उर्फ बिट्टू के रूप में की है। पुलिस ने दावा किया कि मुखबिर की सूचना पर इन्हें गिरफ्तार किया गया है। यह आरोपी चोरी की घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे, तभी इन्हें पकड़ा गया है। यह मामला कोतवाली फेस वन का है।