Noida News : आज 21 जून 2022 को भारत समेत पूरा विश्व अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है, लेकिन आंखों पर पट्टी बांधकर माथे पर जलता हुआ दीपक रखकर अनोखे तरीके से योग करने वाली निशा शर्मा भारत ही नहीं पूरे विश्व की पहली ऐसी लड़की हैं, जो इस प्रकार का योग करती हैं। उन्हें 'फर्स्ट गर्ल ऑफ ब्लाइंड फ्लोड दीप योग' के नाम से जाना जाता है। निशा नोएडा सेक्टर-62 स्थित नवादा गांव की रहने वाली हैं। ऐसे योगासन में विश्व रिकॉर्ड बनाकर अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है। पिछले दिनों निशा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने योगासन किया था। जिसमें सीएम ने निशा की काबिलियत पर उसका हौसला बढ़ाया था।
छोटे बहन-भाई भी निशा शर्मा से कुछ कम नहीं
हाल में ही यूपी योगासन की ब्रांड एंबेसडर निशा शर्मा ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। जहां आईआईटी बीएचयू के रमेश श्रीनिवासन स्पोर्ट्स एक्टिविटी सेंटर में निशा ने अतिथि खिलाड़ी के तौर पर अपने योग कौशल का प्रदर्शन कर सबको चकित कर दिया। उन्होंने ब्लाइंड फोल्ड दीप योग का प्रदर्शन किया। अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधकर माथे पर जलता दीपक रखकर अनोखे तरीके से योग करने वाली निशा दुनिया की इकलौती योगासन एथलीट हैं। निशा अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में 2019 में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं।
कई बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड किए अपने नाम
निशा का छोटा भाई अंकित भी योग में वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल कर चुका है। जबकि इन दोनों से छोटे वरुण शर्मा ने तो एक ही साल में अपने नाम कई बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड किए हैं। 'ट्राईसिटी टुडे' से बात करते हुए बताया कि ये तीनों बचपन से योग कर रहे हैं। निशा शर्मा जब चार साल की थीं, तब से योगा कर रही हैं। जबकि अंकित और वरुण तब से योगा कर रहे हैं, जब ये योगा का मायने भी नहीं जानते थे।
निशा बताती हैं, "मैं योगा में वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर और इंटरनेशनल ब्रॉन्ज मेडलिस्ट हूं। मुझे बहुत सारे सेलिब्रिटी ने अब तक अवार्ड दिए हैं। मैं जब दूसरी क्लास की छात्रा थी, तबसे योगा कर रही हूं और 11 अगस्त 2019 को ब्लाइंड फोल्ड दीप योग (आंखों पर पट्टी बांधकर माथे पर दीप रखकर योग करना) करके वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था।" अंकित का कहना है कि वो बचपन में मोटे थे तो वजन कम करने के लिए योगा की शुरू की। लेकिन आज योगा में इंटरनेशनल प्लेयर हैं और मेडलिस्ट भी हैं। वहीं, वरुण शर्मा का कहना कि वो पहली क्लास से योगा कर रहे हैं। एक ही साल में योग में तीन वर्ल्ड रेकॉर्ड हासिल करने के पीछे मेरी बचपन से लगातार चल रही लगन, मेहनत और प्रैक्टिस है। जिसके कारण मैंने ये वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किये हैं।
योगा की कहां से मिली प्रेरणा?
तीनों बहन-भाई बताते हैं कि उन्हें योगा की प्रेरणा नोएडा निवासी दिव्यांग तेजस्वी शर्मा से मिली। जिन्होंने योगासन में विश्व रिकॉर्ड और अन्य कई रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं। उनके पेरेंट्स से मिलती थीं, जो योग के प्रति प्रेरित करते रहते हैं। निशा शर्मा विश्व योग रिकॉर्ड धारक हैं, उन्होंने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया है। पद्मासन में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया। उन्होंने 1 घंटा 50 मिनट पद्मासन करके 11 अगस्त 2019 को वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया था।अंतरराष्ट्रीय योगासन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के अलावा दर्जनों मेडल और अवार्ड हासिल किये हैं। पहले रिकॉर्ड बनाए फिर अपने ही रिकॉर्ड तोड़े
निशा के छोटे सबसे छोटे भाई वरुण शर्मा भी एक विश्व योग रिकॉर्ड धारक हैं। उन्होंने अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाया है। वरुण ने 7 जुलाई 2019 को पश्चिमोत्तानासन सबसे लंबे समय 1 घण्टा 39 मिनट करके विश्व रिकॉर्ड हासिल किया। 2 अगस्त 2019 को बैठने लिए आगे की ओर 1 घण्टा 27 झुककर रहने का रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया था। वरुण शर्मा ने 11 अगस्त 2019 को अपने ही दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए। उन्होंने 2 घंटे 5 मिनट तक पश्चिमोत्तानासन किया। अंकित ने 30 सेकेंड में 40 हनुमान पुशअप्स करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। वह भी एक अंतरराष्ट्रीय योग खिलाड़ी हैं। उन्होंने दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय योग चैंपियनशिप खेली, पतंजलि योग शिक्षक द्वारा योग का कोर्स किया है। कराटे में राष्ट्रीय स्तर पर दो स्वर्ण और कांस्य पदक हासिल किए हैं।कराटे में ब्लैक बेल्ट के साथ दर्जनों अवार्ड और मेडल उनके पास हैं।