World Brain Day : दिमाग है आपके शरीर ऑपरेटिंग सिस्टम, नोएडा में हर दिन तनाव से हजारों पहुंचते हैं डॉक्टर के पास, लेकिन आप इन उपायों से बच सकते हैं..

नोएडा | 4 महीना पहले | Ashutosh Rai

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Noida News : दिमाग हमारे शरीर का ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर है। स्वस्थ शरीर और जीवन के लिए दिमाग का फिट और चुस्त रहना जरूरी है। नोएडा-एनसीआर समेत तमाम बड़े शहरों  की भागदौड़ भरी जिंदगी में काम का तनाव और वायु प्रदूषण  मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि नींद पूरी नहीं होने, खराब लाइफस्टाइल, ऑक्सीजन की कमी ब्रेन स्ट्रोक और डिमेंशिया जैसे खतरे पैदा कर रही है। बड़ी संख्या में ऐसे केस हर महीने डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं।

हर साल  22 जुलाई को मनाया जाता है वर्ल्ड ब्रेन डे
हर साल 22 जुलाई को दुनिया में वर्ल्ड ब्रेन डे यानी विश्व मस्तिष्क दिवस मनाया जाता है। दिमाग इंसानी शरीर का एक बेहद अहम हिस्सा होता है। दुनिया के बड़े-बड़े न्यूरोलॉजिस्ट आज भी दिमाग से जुड़े रहस्यों के बारे में पता लग रहे हैं, लेकिन अभी भी दिमाग के बारे में पूरी जानकारी कोई भी हासिल नहीं कर पाया है। कहते हैं इंसान का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है। दिमाग को लेकर की गई एक रिसर्च में सामने आया है कि सामान्य आदमी अपने दिमाग का दो से तीन प्रतिशत ही इस्तेमाल कर पता था। तेज दिगाम लोग भी 17 फीसदी तक ही इस्तेमाल कर पाते हैं।

किन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा
देर रात तक टीवी, लैपटाप, मोबाइल देखना आम बात है। यह नींद खराब कर रही है। स्वस्थ दिमाग के लिए आठ घंटे की गहरी नींद जरूरी है। ऐसा न होने पर तनाव पैदा होता है। शराब, बीड़ी-सिगरेट, गुटखा, तंबाकू के सेवन से दिमाग के फंक्शन को व्यवस्थित करने वाले न्यूरान बहुत अधिक प्रभावित हो जाते हैं। न्यूरान की संख्या में तेजी से गिरावट आ सकती है। इससे नसों के ब्लाॅकेज का खतरा बढ़ जाता है। यह स्ट्रोक का कारण बन सकता है। हाई बीपी, डायबिटीज, मोटापा और हृदय रोग के मरीजों को ब्रेन स्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा है। स्ट्रोक का 80 प्रतिशत तक खतरा इन्हीं मरीजों को होता है। फास्ट फूड, चिकनाई वाला खाना भी दिमाग की सेहत खराब करता है। सबसे जरूरी तनाव को कम करना है। नियमित योग, प्राणायाम या ईश्वर आराधना करें।

वायु प्रदूषण बन रहा सबसे बड़ा खतरा
कैलाश अस्पताल में न्यूरो सर्जन डॉ. वरुण भार्गव का कहना है कि ब्रेन को सबसे अधिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है। वायु प्रदूषण की वजह से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। ऐसे में कोशिकाएं क्षीण होने लगती हैं। इससे ब्रेन की क्षमता कम होने लगती है। इससे निर्णय लेने, याद रखने में कमी आती है।

जानिए दिमाग से जुड़े रोचक तथ्य
जब हमारे साथ कुछ अच्छा या बुरा होता है तो दिमाग तुरंत बॉडी तक उसकी इन्फॉर्मेशन पहुंचाता है और उसी हिसाब से बॉडी रिएक्ट करती है।
-एक नॉर्मल आदमी एक दिन में 20000 बार पलकेंं झपकाता है। यानी इस हिसाब से कहें तो तो दिन में 30 मिनट तक ब्लाइंट स्टेट में रहता है।
-दिमाग बिना ऑक्सीजन के भी 6 मिनट तक काम कर सकता है. लेकिन अगर इससे ज्यादा देर तक ऑक्सीजन नहीं मिलती तो ब्रेन डैमेज हो सकता है।
-एक नार्मल इंसान का दिमाग 3 पाउंड यानी 1 किलो 500 ग्राम वजन का होता है।
-दिमाग के स्ट्रकचर की बात की जाए तो यह 75 फीसदी पानी तो 10 फीसदी फैट और 8 फीसदी प्रोटीन से बना होता है।

नोएडा में ब्रेन को लेकर सफल सर्जरी
  1. ब्रेन ट्यूमर से ग्रसित 78 वर्षीय मरीज की सफल सर्जरी की गई थी, जो बेहद चुनौती भरा था
  2. एक पांच वर्षीय बच्चे की शहर के एक अस्पताल में 6 घंटे सर्जरी की गई, जिसमें उसे दुर्लभ ब्रेन हैमरेज हुआ था

मस्तिष्क रोगों से बचाव के लिए खानपान सुधारें
  1. हरी सब्जियां, फल, नट्स, और मछली का सेवन मस्तिष्क स्वास्थ्य को बेहतर करेगा
  2. नियमित शारीरिक गतिविधियां बढ़ाएं।
  3. मस्तिष्क को सक्रिय रखने के लिए पढ़ाई, पहेली हल करें और नई चीजें सीखें
  4. पर्याप्त और गुणवत्ता वाली नींद लें
  5. ध्यान, योग, और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीक सीखें
  6. बीपी, शुगर, मोटापे को काबू में रखें और दवाएं लेते रहें
  7. चिकनाई, फास्ट फूड, अधिक नमक-मिर्च से परहेज रखें
  8. तनाव न लें, योग और कसरत करें, हल्का संगीत सुनें
  9.  साल में एक बार दोस्त, परिवार के साथ घूमने जाएं
  10. धार्मिक स्थल भ्रमण कर तनाव कम करें

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