नौकरी या रोजगार संबंधी कार्य को चुनते समय कुंडली के ग्रह अपना काफी योगदान देते हैं। ज्यादातर लोग ऐसे कार्यों में अपना रोजगार या नौकरी तलाशते हैं जो कुंडली के अनुसार मन में रुझान के रूप में सामने आते हैं। ज्योतिषाचार्य की माने तो यदि कोई जाता ऐसे कार्य करता है जो मन या बुद्धि से किया जाता है तो उसे प्रमुख तीन ग्रहों को खुश रखने की बहुत जरूरत होती है।
ज्योतिषाचार्य कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित उत्तम तिवारी ने जानकारी दी कि की कुंडली के तीन ग्रह किसी भी कार्य को करने में अपना प्रमुख योगदान देते हैं। यदि उन ग्रहों को थोड़ा सा अन्य ग्रहों के मुकाबले तेज कर दिया जाए तो बाधा पहुंचाने वाले जातक के ग्रह अपने आप कमजोर हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में यदि ऐसे व्यक्ति जो वकील डॉक्टर या फिर सॉफ्टवेयर से रिलेटेड काम करते हैं वे अपनी योजनाओं को या अपने लक्ष्य को बगैर किसी बाधा के पूरा कर सकते हैं। ऐसे ग्रह जो व्यक्ति विशेष को अबाध सामान्य रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं उन्हें रोजाना इन ग्रहों के लिए जरूर उपाय करना चाहिए।
सूर्य, शनि और गुरु : कुंडली में सूर्य शनि और गुरु ऐसे ग्रह है जो अपने तेज से अन्य ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करने में खुद सक्षम है। व्यक्ति की कुंडली कैसी भी हो यदि उसमें बहुत अधिक समस्या नहीं है तो इन तीन ग्रहों को तेज कर देने से लग्न और अन्य ग्रहों की पड़ने वाली छाया को यह ग्रह खुद-ब-खुद दूर करने में सक्षम है।
सूर्य ग्रह : सूर्य ग्रह अपने तेज से कुंडली के सभी ग्रहों को प्रकाशित करता है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति सूर्य ग्रह संबंधी उपाय करता है तो इस उपाय की वजह से समाज में उसके पद पिता और प्रतिष्ठा से संबंधित ख्याति बढ़ती है। ऐसे में रोजाना स्नान करने के बाद यदि सिर्फ सूर्य देव को जल अर्पित किया जाए तो योजना संबंधी कार्य करने वाले प्रोफेशनल अपने क्षेत्र के अन्य लोगों से आगे निकलने में सक्षम होंगे।
शनि ग्रह : कुंडली में ऐसा माना जाता है कि शनि ग्रह की मारक क्षमता सबसे अधिक होती है। इसलिए शनि ग्रह को हमेशा शांत किए जाने की जरूरत होती है। शनि ग्रह माना जाता है कि व्यक्ति की कुंडली में बनने वाले काम एन वक्त पर बिगाड़ देता है। ऐसे में शनि ग्रह को हमेशा प्रसन्न बनाए रखने के लिए गाय को गेहूं के आटे के बनी रोटी खिलाते रहना चाहिए।
गुरु ग्रह : प्रोफेशनल्स के लिए गुरु ग्रह इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ग्रह ज्ञान का ग्रह माना जाता है। बुद्धि और विवेक से किए जाने वाले ऐसे कार्य जिनमें शारीरिक श्रम कम लगता है वे लोग गुरु ग्रह को बेहतर इसलिए भी करते रहना चाहिए कि उनका ज्ञान लगातार बढ़ता रहे। गुरु ग्रह को बेहतर करने के लिए अपने आहार में बेसन से बनी सामग्रियों का सेवन बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा पूजन के दौरान चावल में हल्दी मिलाकर ईश्वर को चढ़ाते रहना चाहिए। यदि गुरुवार के दिन पीला रुमाल रखते हैं या पीले रंग का तिलक लगाते हैं तो कुंडली में गुरु ग्रह को प्रबल कर सकते हैं।