Basant Panchami 2021 : बसंत पंचमी पर जानिए गंगा किनारे इस प्राचीन घाट पर कौन सा हुआ विशेष आयोजन

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Tricity Today | 26 ब्राह्मण बटुकों का संस्कार



बसंत पंचमी के पर्व पर प्राचीन श्री ब्रह्मचर्य आश्रम  ढ्योढी घाट में उपनयन संस्कार आयोजित हुआ। कार्यक्रम के दौरान 26 ब्राह्मण बटुकों ने संस्कार के दौरान विधि विधान से उपनयन ग्रहण किया। 8 वर्ष के बालक की ओर से उपनयन संस्कार में शामिल होना लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा।

श्री ब्रह्मचर्य आश्रम ढ्योढी घाट में हुआ उपनयन संस्कार 108  श्री चैतन्य प्रकाश ब्रह्मचारी जी के सानिध्य मे आयोजित हुआ। उपनयन संस्कार के दौरान महाराज जी ने बटुकों को आशीर्वाद स्वरुप उपनयन का वैज्ञानिक आधार भी समझाया। आश्रम के महंत एवं सरवाराकार चैतन्य प्रकाश जी ने बताया की सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करते संस्कारो को लोग समय के साथ भूलते जा रहे है। समाज के युवाओं को अपनी प्राचीन परंपरा को अपनाते हुए उसके वैज्ञानिक आधार को समझते हुए संस्कारों का अनुसरण करना चाहिए। उपनयन संस्कार में शामिल उपनयन का महत्व समझाते हुए जानकारी दी गई कि यह पूरी तरह से वैज्ञानिक प्रक्रिया है। जनेऊ धारण करने के कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी है, इन लाभों का उल्लेख शास्त्रों एवं पुराणों में भी मिलता है।

26 बटुक हुए शामिल : कार्यक्रम के बारे में मंदिर से जुड़े विकास मिश्रा ने जानकारी दी कि समारोह में 26 बटुको को यज्ञोपवीत धारण करवाये गये। इनमें ज्यादातर बटुक ऐसे रहे जो आर्थिक रूप से बेहद कमजोर थे। तीन बटुक ऐसे शामिल थे जो सक्षम होने के बावजूद सामूहिक रुप से समारोह में शामिल होकर मिसाल पेश कर रहे थे। एक बटुक ऐसा भी रहा जो 8 वर्ष की उम्र का था।

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