यमुना सिटी बनाई जाएगी प्लास्टिक मुक्त : हेल्थ विभाग की सहायता से प्राधिकरण ने बनायी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की योजना 

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



Greater Noida News : यमुना सिटी को भी प्लास्टिक मुक्त बनाने और शहर और गांव से निकलने वाले कूड़े कचरे का निस्तारण करने के लिए यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने एक वृहत योजना बनायी है। यमुना प्राधिकरण आवासीय औद्योगिक संस्थागत कॉमर्शियल समेत सभी सेक्टरों में भी प्लास्टिक के अलावा निकलने वाले कूड़े कचरे का निस्तारण के लिए प्रत्येक सेक्टर के हर ब्लॉक में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के छोटे छोटे प्लॉट अलौट कराएगी।

हेल्थ विभाग भी करेगा यमुना प्राधिकरण की मदद 
यह प्लॉट 3 हज़ार वर्गमीटर से लेकर एक हज़ार वर्ग मीटर तक होंगे। यमुना प्राधिकरण ने कूड़ा कचरा निस्तारण के लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का ले आउट प्लान बनाकर तैयार कर दिया है। इसके लिए अलग से हेल्थ विभाग भी यमुना प्राधिकरण की मदद करेगा। हेल्थ विभाग में 2 सीनियर रिटायर्ड डॉक्टर, दो सुपरवाइज़र की दो सेनेटरी इस्पेक्टर न्यूक्त करेगा। यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरूणवीर सिंह ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के काम में और प्लास्टिक की पन्नी रीसाइकल करने को लेकर विदेशी कम्पनियों को आमंत्रित किया जाएगा। पहली प्राथमिकता विदेशी कंपनियों को दी जाएगी।

बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए अलग से लगाया जाएगा प्लांट 
इसके लिए प्राधिकरण आरएफपी निकालेगा, जिसमें 20 प्लॉट होंगे। प्राधिकरण विदेशी कंपनियों को लैंड सब्सिडी देगा, जिसमें 50 प्रतिशत ज़मीन सस्ती दी जाएगी। उन्होने बताया कि यमुना प्राधिकरण एरिया में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में 8 हज़ार वर्ग मीटर ज़मीन पर अलग से बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए प्लांट लगाया जाएगा। इसकी DPR तैयार कराने के लिए प्राइवेट कंपनी से संपर्क साधा गया है, क्योंकि मेडिकल डिवाइस पार्क में अधिकतर मेडिकल उपकरण बनाने वाली कम्पनियां है। जिससे इस एरिया में बायोमेडिकल वेस्ट अधिक मात्रा में निकलेगा। 8 हज़ार वर्ग मीटर एरिया में बायोमेट्रिक वेस्ट निस्तारण करने के लिए आधुनिक प्लांट लगाया जाएगा। यमुना प्राधिकरण ने यमुना सिटी बसने से पहले ही सभी की तैयारी शुरू कर दी गई है।

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