Big Disclosure This Is How They Used To Cheat Using Fake Websites And Virtual Numbers The Are Also Cheated A Businessman In Ghaziabad Police Caught Him From Kolkata
बड़ा खुलासा : फर्जी वेबसाइट और वर्चुअल नंबर से बनाते थे शिकार, गाजियाबाद के कारोबारी से भी ठगे थे 15 लाख, कोलकाता से दबोचकर लाई पुलिस
Tricity Today | पुलिस हिरासत में रोहित साव, जानकारी देते एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद।
Ghaziabad News : साइबर थाना पुलिस ने नामी कंपनी से मिलते- जुलते नाम की वेबसाइट बनाकर और वर्चुअल नंबर से कॉल करके ठगी करने वाले एक गैंग का खुलासा का किया है। साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने कोलकाता से रोहित साव पुत्र गौतम साव को गिरफ्तार कर 2.32 लाख रुपये बरामद किए हैं। रोहित ने पूछताछ के दौरान बताया कि ठगी के लिए बड़ी कंपनी के नाम से मिलती जुलती साइट बनवाकर उस पर अपना नंबर प्रदर्शित कर रखा था। उस नंबर पर कॉल आने पर हम वर्चुअल सिम से कॉल बैक करते थे। जिंदल स्टील के नाम पर ऑर्डर लेने के साथ ही ऑनलाइन पेमेंट करा लेते थे। बाद में सप्लाई न होने पर कस्टमर को ठगी का पता चलता था।
फर्जी बिल देकर की गई थी ठगी
एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि शातिरों के द्वारा ऑनलाइन वेबसाइट पर सरिया का आर्डर लेने के बाद JINDAL STEEL & POWER LIMITED का फर्जी बिल देकर सुभाष त्यागी के साथ ठगी की गई थी। साइबर अपराधियों द्वारा ऑनलाइन TMT सरिया बेचने के लिये https://www.tmtsariyasupplier.in वेबसाइट बनाकर मोबाइल नंबर 9062267046 प्रदर्शित कर रखा था, ताकि कस्टमर मॉल ऑर्डर करने के लिये इस नंबर पर संपर्क करें। सुभाष त्यागी ने भी ऐसा ही किया था। एडीसीपी ने बताया कि रोहित से पूछताछ के आधार पर उसके साथियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिन्दल स्टील का फर्जी बिल भेज फंसाते थे
ऑनलाइन सरिया सर्च करने पर वेबसाइट https://www.tmtsariyasupplier.in सबसे ऊपर दिखती थी, कस्टमर के द्वारा वेबसाइट पर मौजूद मोबाइल नंबर पर कॉल करने पर ऑनलाइन पेमेंट लेकर JINDAL STEEL & POWER LIMITED का फर्जी बिल बनाकर उसे भेज देते थे। सरिया की डिलीवरी ना होने पर ग्राहक फिर कॉल करता तो शातिर उसको जिन्दल स्टील में User Code बनाने के नाम पर और पैसे जमा करवाते थे, इसके बाद भी सरिया डिलीवर ना होने पर पीडित को उसके साथ हुई ठगी का पता चलता था।
गूगल पर विज्ञाापन से प्राथमिकता पर रखते थे वेबसाइट
रोहित साव ने पूछताछ पर बताया कि वो लोग आनलाइन वेबसाइट बनाने वाले लोगों से संपर्क कर साइबर अपराध के लिये वेबसाइट बनवाते थे तथा इस वेबसाइट को गूगल पर विज्ञापन चलवाकर इसे प्राथमिकता पर रखते थे। पीड़ित जब गूगल पर आनलाइन सरिया सर्च करता था तो यह वेबसाइट टॉप पर आती थी। इस वेबसाइट पर जो मोबाइल नंबर प्रदर्शित होता था उस पर पीड़ित द्वारा कॉल करने पर रिसीव करने के बजाय वेबसाइट वर्चुअल नंबर से कस्टमर को कॉल कर फंसाते थे और फिर बताए गए एकाउंट में पेमेंट करा लेते थे।
गैंग ने सुभाष त्यागी के साथ ऐसे की थी ठगी
गैंग ने पिछले माह गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले एक कारोबारी से सरिया भिजवाने के नाम पर 14.90 लाख रुपये की ठगी की थी। कारोबारी को देहरादून में सरिया की जरूरत थी। उन्होंने ऑनलाइन सरिया सप्लायर तलाश किया तो एक फर्जी वेबसाइट सामने आई। इस पर दिए गए नंबर पर कॉल किया, कॉल रिसीव नहीं हुई, लेकिन कुछ ही देर में उनको दूसरे नंबर कॉल आ गई। कॉलर ने खुद को जिंदल स्टील से बताया और सरिया का ऑर्डर करने पर ऑनलाइन पेमेंट की बात कही। सुभाष त्यागी से तीन बार में 14.90 लाख रुपये की पेमेंट करा ली गई लेकिन सरिया की सप्लाई नहीं हुई फिर से कॉल करने पर उनसे और पेमेंट की बात कही गई कारोबारी को समझ आया कि उनके साथ ठगी हुई है। सुभाष त्यागी ने मामले में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।