Ghaziabad News गाजियाबाद कमिश्नरेट के शालीमार गार्डन थाने में उस समय हड़कंप मच गया जब दिल्ली से पहुंची किशोरी ने टॉयलेट में जाकर अपनी गर्दन पर ब्लेड मार लिया और लहूलुहान हो गई। किशोरी ने अपने दोस्त के बात न करने पर आपा खोने के बाद यह आत्मघाती कदम उठाया। किशोरी को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस को दूसरा झटका उस समय लगा जब पूरे मामले की जानकारी देते हुए किशोरी की मां को बुलाया गया और मां ने आने से साफ इंकार कर दिया, हालांकि थोड़ा समझाने के बाद मां अस्पताल पहुंच गई, जहां पुलिस ने किशोरी को मां के साथ घर भेजकर राहत की सांस ली।
डेढ़ साल पहले इंस्टाग्राम पर हुई थी दोस्ती
एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि किशोरी दिल्ली की रहने वाली है और 12वीं में पढ़ती है। करीब डेढ़ साल पहले उसकी की इंस्टाग्राम पर शालीमार गार्डन में रहने वाले 16 वर्षीय छात्र से दोस्ती हो गई थी। वह भी 12वीं कक्षा का छात्र है।
पिछले माह कनॉट प्लेस में काटी थी नस
पिछले माह छात्रा ने छात्र को मिलने के लिए दिल्ली में कनॉट प्लेट में बुलाया था। वहां भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर नोंकझोक हो गई थी और छात्रा ने अपने हाथ की नस काट ली थी। उस समय दोनों के परिजन सूचना पाकर कनॉट प्लेस पहुंचे और दिल्ली पुलिस के सामने परिजनों ने खूब खरी खोटी सुनाने के बाद दोनों के मोबाइल से सिम निकालकर तोड़ दिए थे।
दोस्त से मिलने उसके घर पहुंची थी किशोरी
रविवार को छात्रा अपने परिवार को बिना बताए शालीमार गार्डन में छात्र से मिलने उसके घर के पास पहुंच गई और छात्र के न मिलने पर जान देने की धमकी दे डाली, डरे हुए छात्र के परिजनों ने छात्रा की मां को कॉल करके सूचना दी।
छात्र के परिजनों ने बुलाई थी पुलिस
शालीमार गार्डन थाना पुलिस को भी सूचित कर दिया। सूचना पर महिला पुलिसकर्मी मौके पर पहुंची और छात्रा को थाने ले गईं। थाने में छात्रा की काउंसलिंग करने का प्रयास किया गया लेकिन छात्रा कुछ सुनने को तैयार नहीं थी। पुलिस ने छात्रा की मां को कॉल करके थाने बुलाया। परेशान मां ने छात्रा को घर ले जाने से मना कर दिया।
पुलिस ने मां को समझाकर बुलाया
पुलिस के समझाने के बाद महिला छात्रा को लेने आने के लिए तैयार हुई। इस बीच छात्रा बहाने से थाने की टॉयलेट में गई ब्लेड से अपनी गर्दन पर हमला कर लिया। बाथरूम के बाहर खड़ी महिला पुलिसकर्मी ने अधिकारियों को मामले की सूचना दी। स्टाफ ने गेट खोलकर महिला पुलिस की मदद से छात्रा को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। एसीपी सलोनी अग्रवाल ने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को समझाकर उसकी मां के साथ घर भेज दिया गया।