चार लाख की शराब पकड़ी, कैसे ड्रम्स में की जा रही थी तस्करी, जानें पूरा मामला

गाजियाबाद पुलिस की बड़ी कामयाबी : चार लाख की शराब पकड़ी, कैसे ड्रम्स में की जा रही थी तस्करी, जानें पूरा मामला

चार लाख की शराब पकड़ी, कैसे ड्रम्स में की जा रही थी तस्करी, जानें पूरा मामला

Tricity Today | साहिबाबाद थाना प‌ुलिस की हिरासत में पकड़ी गई शराब और कैंटर के साथ आरोपी।

Ghaziabad News : गाजियाबाद कमिश्नरेट के साहिबाबाद थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर तस्करी की अंग्रेजी शराब ले जा रहे कैंटर को पकड़ा है। कैंटर से करीब चार लाख रुपये की शराब बरामद कर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कैंटर में सील पैक करके रखे गए पोटेशियम सल्फेट के ड्रम्स में लकड़ी का बुरादा भरकर बोतलें छिपाई गई थीं। पैकिंग देखकर तो एक बारगी पुलिस को भी यही लगा कि ड्रम्स में पोटेशियम सल्फेट भरा होगा, लेकिन ड्रम खोल देखा गया तो तस्करी का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने शराब भरे कैंटर को हिरासत में लेकर उसमें तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कैंटर के मालिक को तलाश कर रही है।

राजेंद्र गोल चक्कर से पकड़ा कैंटर
डीसपी (ट्रांस हिंडन जोन) निमिष पाटिल साहिबाबाद थाने में प्रेसवार्ता के दौरान मामले का खुलासा का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभियुक्त की सूचना पर कैंटर संख्या डीएल-1एल- एई- 8450 को थानाक्षेत्र के राजेंद्र नगर गोल चक्कर से हिरासत में लिया है। कैंटर से पुलिस ने चंडीगढ़ से तस्करी कर लाई जा रहीं अंग्रेजी शराब की 309 बोतल, 107 हाफ और 716 पव्वे (कुल कीमत लगभग चार लाख रूपये) बरामद किए गए हैं।

कैंटर सवार तीन लोग गिरफ्तार
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि पुलिस टीम कैंटर के अन्दर बैठे तीन व्यक्तियों राजदेव पुत्र स्व. तुलसीराम निवासी भोवापुर, थाना कौशाम्बी गाजियाबाद (मूल पता ग्राम तितरा आसानंद, थाना सकरा, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार) और परमजीत सिंह पुत्र गुरूवचन सिंह निवासी आर 55 जी, दिलशाद गार्डन, दिल्ली (मूल पता- ग्राम कानवान, जिला गुरूदासपुर, पंजाब) और संजीव कुमार पुत्र रतन सिंह निवासी डीएलएफ, भोपुरा, थाना शालीमार गार्डन को राजेन्द्र नगर गोल चक्कर से गिरफ्तार किया गया है।

ट्रांसपोर्टर करा रहा था तस्करी
पूछताछ के दौरान राजदेव, परमजीत और संजीव ने बताया कि अंकुर ट्रांसपोर्ट के मालिक बृजेश कुमार धहिया पुत्र हाऊ लाल निवासी चिकम्बरपुर, थाना साहिबाबाद गाजियाबाद की है। बृजेश ही चंडीगढ़ से अवैध अग्रेजी शराब मंगाकर बिहार में सप्लाई कराता था। उन्होंने बताया कि करीब एक साल से हम लोग चंडीगढ़ से ले जाकर बिहार में सप्लाई करते थे। हम लोग अंग्रेजी शराब को इसी प्रकार पोटेशियम सल्फेट के ड्रमों में छिपाकर शरा‌‌ब बिहार पहुंचाते थे। वहां इस शराब की बिक्री होती थी।

डीसीपी बोले, ट्रांपोर्टर की तलाश में है पुलिस
डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए बदमाशों में से ट्रांसपोर्टर बृजेश के बाद राजदेव ही कर्ता धर्ता हुआ करता था। राजदेव ने पुलिस को बताया कि वह करीब ए‌क साल से चंड़ीगढ़ से शराब लेकर बिहार तक तस्करी कर रहे थे। तीनों से हुई पूछताछ के आधार पर फरार ट्रांसपोर्टर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे  हैं।

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