क्राइम ब्रांच ने 60 लाख का गांजा पकड़ा,  ओडीशा से की जा रही थी तस्करी

गाजियाबाद से बड़ी खबर : क्राइम ब्रांच ने 60 लाख का गांजा पकड़ा, ओडीशा से की जा रही थी तस्करी

क्राइम ब्रांच ने 60 लाख का गांजा पकड़ा,  ओडीशा से की जा रही थी तस्करी

Tricity Today | तश्कर के बारे में जानकारी देते एडीसीपी (क्राइम) सच्चिदानंद

Ghaziabad News : गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुरादनगर से एक अंतर्राज्यीय गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम) सच्चिदानंद ने बताया कि तश्कर के कब्जे से 120 किलो गांजा बरामद हुआ है। बरामद गांजे की कीमत 60 लाख रुपये बताई जा रही है। कैंटर गाडी में इतनी भारी मात्रा में गांजा उड़ीसा से तश्करी कर लाया गया था। गांजे की यह खेप पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में सप्लाई किया जाना था। 

12वीं पास संतोष  18 वर्ष की उम्र में बना तस्कर
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया - क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े तस्कर का नाम संतोष है। वह 12वीं तक पढ़ा है। 22 वर्षीय संतोष एटा जनपद के मिरहची का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया- घर की आर्थिक स्थिति नहीं थी। छोटा भाई गूंगा है। ड्राईवर की नौकरी शुरू की लेकिन इतने पैसे नहीं मिलते थे कि परिवार चलाया जा सके। मोटा पैसा कमाने के लिए 18 वर्ष की उम्र में उसने गांजे की तश्करी के काम में हाथ डाल दिया। तश्करी का रास्ता उसे मैनपुरी जनपद निवासी अनोज पुत्र शिवराम ने दिखाया। शुरूआत में अनोज के लिए उड़ीसा से गांजे की खेप लेकर आता था, गाडी उसके लिए अनोज उसे 40 से 50 हजार रुपये देता था। बाद में संतोष ने गिरोह बनाकर खुद ही मादक पदार्थों की तश्करी शुरू कर दी।

2021 में मैनपुरी से जेल जा चुका है
गांजा तश्करी के आरोप में संतोष 2021 में मैनपुरी से जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद पुनः तस्करी में लग गया। उसके बाद 2022 में गैंगस्टर में जेल गया और करीब नौ माह बाद जेल में रहने के बाद बाहर आकर मादक पदार्थों की तश्करी करने लगा। मांग के आधार पर मादर्थ पदार्थों की सप्लाई करता है। उसके खिलाफ मैनपुरी में दो और गाजियाबाद में तस्करी का एक मामला दर्ज है।

मोबाइल बंद करके चलता है उड़ीसा से
संतोष ने बताया कि वह उड़ीसा से जब कैंटर में गांजा लेकर चलता ह‌ै तो अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लेता है। माल को तयशुदा स्थान पर पहुंचाने के बाद ही किसी से करता है। उसने बताया मादक पदार्थों की तस्करी में उसे करीब पांच साल हो गए। इस दौरान उसने भरपूर पैसा कमाकर घर को दिए और अपने शौक भी पूरे किए।

एनसीआर में सक्रिय तस्करों की जानकारी दी
संतोष ने एनसीआर में मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में कई अहम जानकारियों पुलिस को उपलब्ध कराई हैं। पुलिस ने इनपुट के आधार पर अन्य तश्करों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। अभियुक्त के कब्जे से पुलिस ने तश्करी में प्रयुक्त कैंटर संख्या यूपी-84 एटी - 2528 बरामद की है।
 

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