Tricity Today | जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह
Ghaziabad News : गाजियाबाद सदर विधासभा क्षेत्र के मतदाता बुधवार को अपना विधायक चुनने के लिए मतदान करेंगे। इस सीट पर कुल 4.61 लाख मतदाता और जो 14 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं की संख्या इस चुनाव में 5449 है। जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए कुल 106 मतदान केंद्र और 507 बूथ बनाए गए हैं। मतदान के लिए चार मजिस्ट्रेट और 22 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। मतगणना 23 नवंबर को होगी। मतदान बुधवार शाम चार बजे तक होगा। मतदाता अपने साथ मतदाता पहचान पत्र लेकर मतदान केंद्र पर जाएं।
मतदाता पहचान पत्र न होने पर ये दस्तावेज आएंगे काम
मतदाता पहचान पत्र न होने की स्थिति में आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, बैंक या डाकघर से जारी फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना में जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र, राज्य सरकार, लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों की ओर से अपने कर्मचारियों को जारी फोटो युक्त पहचान-पत्र, सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और यूनिक डिएसबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत किया जा सकता है।
मतदान दिवस पर सार्वजनिक अवकाश
जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने आदेश जारी किए हैं कि गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के लिए मतदान के चलते बुधवार को सभी कारखानों आदि में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अवकाश बिना शर्त दिया जाएगा, यानि की अवकाश के बदले न तो वेतन काटा जा सकेगा और न ही इसके बदले किसी अन्य दिन कार्य लिया जा सकेगा।
कार्यालयों में भी रहेगा सार्वजनिक अवकाश
मतदान के लिए सभी औद्योगिक इकाईयों, सरकारी और निजी कार्यालयों के साथ ही स्कूलों में भी बुधवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए जिले में पहले ही फिजीकल क्लासेस सस्पेंड चल रही हैं, बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान होगा, स्कूलों को मतदान केंद्र बनाया गया है, साथ ही पोलिंग पार्टियों के आवागमन के लिए स्कूल बसों का भी अधिग्रहण किया गया है।