Ghaziabad Police Disclosure Rishabh Was Murdered Not A Suicide He Was Taken Away And Shot Due To Old Enmity Two Accused Arrested Main Accused Surrendersd In Old Case
गाजियाबाद पुलिस का खुलासा : सुसाइड नहीं, ऋषभ की हुई हत्या, पुरानी रंजिश के चलते साथ ले जाकर मारी गोली
Tricity Today | तीनों हत्यारोपी अनुज, मुकुल और पुलकित।
Ghaziabad News : सिहानीगेट थानाक्षेत्र में बरामद हुए शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि शव के पास तमंचा बरामद होने से प्रथमदृष्टया यह मामला आत्महत्या का लग रहा था, लेकिन असल में यह मामला योजनाबद्ध तरीके से की गई हत्या का निकला। ऋषभ गुप्ता की हत्या उसके एक पुराने बिजनेस पार्टनर ने रंजिश के चलते की थी। उसके खिलाफ विजयनगर थाने में 2021 में आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज हुआ था, उस मामले में वह फरार था। हत्या को अंजाम देने के बाद उसने उक्त मामले में सरेंडर कर दिया और जेल चला गया। मामले के दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बसंत रोड पर पड़ा मिला था शव
मंगलवार की सुबह बसंत रोड पर ऋषभ गुप्ता को गोली लगा शव पड़ा मिला था। शव के पास ही तमंचा पड़े होने से पुलिस ने पहले आत्महत्या की बात कही थी, लेकिन मरने वाले की पहचान ऋषभ गुप्ता निवासी पंचवटी के रूप में होने के बाद परिजनों से संपर्क हुआ तो पता लगा मामला कुछ और ही है। पुलिस ऋषभ गुप्ता के मोबाइल के जरिए परिजनों तक पहुंची। ऋषभ गुप्ता कारोबारी था। डीसीपी सिटी राजेश कुमार के मुताबिक उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि मंगलवार को साप्ताहिक बंदी चले अक्सर वह सोमवार शाम को दोस्तों के साथ निकल जाते थे। कल भी यही हुआ। ऋषभ ने फोन करके दोस्तों के साथ घूमने जाने और रात में घर न आने की बात कही थी।
पुलिस ने साथ गए दोस्तों को खोजा
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पत्नी के दोस्तों के साथ जाने की बात बताए जाने पर दोस्तों के बारे में जानकारी की गई तो ऋषभ के साथ जाने वालों अनुज शर्मा, पुलकित गोयल और मुकुल शामिल थे। मुकुल ऋषभ का चचेरा भाई है। पुलिस ने मुकुल को हिरासत में लेकर पूछताछ की उसने ऋषभ की हत्या किए जाने की बात कबूल ली। मुकुल की निशानदेही पर पुलिस ने पुलकित गोयल को भी गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी का कहना है कि अनुज ने शहर से बाहर हत्या की योजना बनाई होगी, उसी के तहत हरिद्वार जाने का कार्यक्रम बनाया गया था लेकिन ऋषभ के मेरठ से गाडी लौटा लेने पर वह योजना सिरे नहीं चढ़ सकी। अंत में उसने मौका हाथ से निकलता देख नेहरूनगर में आकर मौका मिलने पर गोली मार दी।
मुकुल ने बताया कि अनुज का पुराना विवाद था
पुलिस को पूछताछ के दौरान मुकुल ने बताया कि ऋषभ और अनुज शर्मा ने साथ में मिलकर व्यापार किया था। उसी दौरान दोनों के बीच लेन देन का कुछ विवाद हुआ था, दोनों के बीच मारपीट भी हुई थी। अनुज उसी बात को लेकर ऋषभ से रंजिश मानता था। हालांकि साथ में उठना बैठना भी करता था। सोमवार को पुलकित की कार में पुलकित, ऋषभ, मुकुल और अनुज गाजियाबाद से हरिद्वारा जाने के लिए निकले थे। कार में शराब पीते हुए वह मेरठ के परतापुर पहुंच गए। कार को ऋषभ चला रहा था। परतापुर से उसने अचानक कार मोड़ दी और हरिद्वार जाने से इंकार कर दिया।
अनुज खुद ड्राईविंग सीट पर आ गया
मुकुल गुप्ता के मुताबिक मेरठ से लौटते समय अनुज ने कार चलानी शुरू कर दी। गाजियाबाद पहुंचकर नेहरू नगर में बसंत रोड पर ऋषभ ने लघुशंका के लिए कार रुकवाई। जैसे ही वह लघुशंका करने लगा तभी अनुज ने उसे तमंचे से सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अनुज ने तमंचा शव के पास ही छोड़ दिया और तीनों वहां से निकल गए। पुलिस ने सबसे पहले मुकुल गुप्ता को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ के बाद पुलकित गोयल को गिरफ्तार कर लिया। जब तक पुलिस मुख्य आरोपी अनुज शर्मा को गिरफ्तार करती, उससे पहले ही अनुज ने आर्म्स एक्ट के पुराने मामले में सरेंडर कर दिया।