Ghaziabad News : बाजे की आवाज सुनकर घुड़चढ़ी देखने पहुंची एक मासूम के साथ उस समय अनहोनी हो गई जब वह ढोल की थाप पर थिरकते - थिरकते कब नाले में जा गिरी किसी को पता ही नहीं चला। रास्ते के दूसरी ओर ऊपर बालकनी में खड़ी एक महिला बच्ची को गिरते देख लिया तो शोर मचाया, लेकिन शोर-शराबे में किसी को महिला की आवाज सुनाई नहीं दी। महिला दौड़कर नीचे आई और आसपास के लोगों को हादसे के बारे में बताया। उसके बाद बच्ची को बड़ी मशक्कत के बाद नाले से निकाला गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। मासूम की सांसें थम चुकी थीं। सूचना के बाद परिवार के कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों में नाले की सफाई न किए जाने को लेकर रोष देखा गया।
अवंतिका कालोनी में हुआ हादसा
आठ वर्षीय मासूम बच्ची के साथ यह दर्दनाक हादसा गाजियाबाद की अवंतिका कालोनी में हुआ है। बच्ची के घर के पास घुड़चढ़ी हो रही थी। बच्ची घुड़चढ़ी देखने के लिए घर से बाहर निकली तो ढोल की थाप सुन उससे रुका नहीं गया और नाचने लगी। नाचते हुए उसका पैर फिसला और बगल से बह रहे पांच फीट गहरे नाले में जा गिरी। शोर- शराबे के बीच इस हादसे की किसी को भनक भी नहीं लग पाई। बताया जा रहा है कि नाले की हाल में सफाई हुई थी, उसी के चलते नाले के किनारे पर फिसलन हो रही थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नाले की सफाई जरूर हुई थी लेकिन उसमें अभी भी कीचड़ भरी हुई है। अच्छे से सफाई होती तो शायद पानी का स्तर कुछ नीचे होता और बच्ची की जान न जाती।
बिहार के मुंगेर का रहने वाला है पीड़ित परिवार
मूलरूप से बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला राजेश अपने परिवार के साथ प्रताप विहार में रहता है। वह अपनी पत्नी सुनीता के साथ बेलदारी करता है। पति-पत्नी हादसे के समय काम पर गए हुए थे। सूचना पाकर किसी तरह घर पहुंचे। माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल है।