गांधी जयंती पर हिंडन की सफाई के लिए उतारीं दो नौकाएं, फिर से हरनंदी बनाने का संक‌ल्प लिया

गाजियाबाद से अच्छी खबर : गांधी जयंती पर हिंडन की सफाई के लिए उतारीं दो नौकाएं, फिर से हरनंदी बनाने का संक‌ल्प लिया

गांधी जयंती पर हिंडन की सफाई के लिए उतारीं दो नौकाएं, फिर से हरनंदी बनाने का संक‌ल्प लिया

Tricity Today | अभियान को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करते रिटायर्ड आईएएस डा. अजय शंकर पांडेय।

Ghaziabad News : गाजियाबाद हित संरक्षण, संवर्धन तथा समन्वयक महासमिति के द्वारा गांधी जयंती के मौके पर छोटी सी शुरूआत के जरिए बड़ा कदम उठाया है। महासमिति की ओर से हिंडन नदी की सफाई को लेकर न केवल चिंता जाहिर की बल्कि सूर्योदय के साथ दो नौकायें तैनात कर स्वच्छता अभियान शुरू कर दिया, यह अभियान शाम तक चला। दोनों नौकाओंं ने जीटी रोड पुल और रेलवे पुल के बीच हिंडन नदी की सतह पर तैरते हुई वनस्पति और कूड़े आदि को एकत्रित करते हुए सफाई की।

हिंडन की याद तो दिलाएगा सांकेतिक अभियान
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए रिटायर्ड आईएएस अधिकारी और गाजियाबाद के पूर्व नगरायुक्त व डीएम डा. अजय शंकर पांडेय ने कहा कि यह पहल हिंडन नदी की सफाई को लेकर जागरूकता पैदा करने एवं सरकार की सभी संबंधित ऐजेंसियों का ध्यान आकर्षण करने के लिए है। इस नदी को लेकर गाजियाबाद का हर नागरिक काफी संवेदनशील है और भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है। एक दिन का सफाई अभियान बेशक सांक‌ेतिक है, लेकिन इससे लोगों को, संबंधित एजें‌सियों को प्रेरणा तो मिलेगी।

एक दिन का सफाई अभियान बड़ा संदेश देगा
पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक प्रोफेसर डा. पवन सिन्हा “गुरुजी” ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जब डा. अजय शंकर पाण्डेय गाजियाबाद के नगर आयुक्त थे, उस समय योजना बनाई गई थी कि हिंडन नदी के उस हिस्से को जो गाजियाबाद से होकर गुजरता है 80 भागों मे बाँट दिया जाए और प्रत्येक वार्ड की सफाई के लिए एक भाग संबंधित सभासद के लिए निर्धारित कर दिया जाए। उन्होंने कहा केवल आज के प्रयास से हिंडन साफ हो जाएगी, ऐसा नहीं है, परन्तु यह लोगों को हिंडन के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करेगा।

धनंजय तेवतिया ने की जमीनी पहल
हिंडन नदी में तैनात नौकाओं की मदद से सफाई की पहल और प्रबंध महासमिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और नवीन हॉस्पिटल के डायरेक्टर धनंजय तेवतिया की ओर से की गई है। यह प्रथम बार है जब सिविल सोसाइटी के किसी व्यक्ति ने इस तरह की जमीनी पहल की है। धनंजय तेवतिया ने बताया कि उनके माता, पिता, पत्नी, भाई, भतीजे और उनका पूरा स्टाफ हिंडन की सफाई के लिए आगे भी अपेक्षा से अधिक सहयोग करने का प्रयास करेगा।

हिंडन स्वच्छ बनानी है तो सीवर मत डालो
आज दो नावों मे महासमिति का बैनर लगाकर डा. पवन सिन्हा, डा. अजय शंकर पांडे, धनंजय तेवतिया, कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने हिंडन नदी मे भौतिक सफाई अभियान चलाया। महासमिति के महासचिव कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा कि हिंडन नदी वैसे तो अपने आपको वर्षा से हर वर्ष स्वस्थ कर लेती है। आवश्यकता केवल इस बात की है कि नदी को गंदा न किया जाए। नगर निगम से निवेदन किया गया कि सीवर का पानी नदी में ना डालें। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकला पानी भी नदी नहीं डालना चाहिए।

हिंडन को हरनंदी बनाकर ही चैन से बैठेंगे
नवीन हॉस्पिटल के सीईओ डा. अनिल तोमर ने कार्यक्रम का संचालन किया और लोगों से आग्रह किया कि जब तक हिंडन नदी हरनंदी न बन जाए तब तक चैन से नहीं बैठना है। इस अवसर पर डा. आरके आर्या, कवि आरपी शर्मा, महासमिति के कोषाध्यक्ष पवन कौशिक, डा. अनुज, गुरमेल सिंह, डीके शर्मा, ललित बंसल, मोहित कौशिक, प्रो. मुन्ना मिश्रा, राकेश कौशिक, इंडस्ट्रीज फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण शर्मा, फ्लैट ओनर फेडरेशन के उपाध्यक्ष आईसी जिंदल, जय प्रकाश, विकास तेवतिया, एडवोकेट सिद्धार्थ तेवतिया, चन्द्र मोहन वेद, कुलदीप शर्मा, हॉर्टीकल्वर सोसाइटी की चेयर परसन रमा त्यागी, रुबिका तेवतिया और मधू तेवतिया उपस्थित थे। कार्यक्रम में अमित त्यागी और मनोज का भी सहयोग रहा।

पहले हिंडन को हरनंदी तो बनाइये
कार्यक्रम में एक सदस्य ने यह बात उठाई कि असली नाम तो हरनंदी है फिर इसे हिंडन नाम से क्यों पुकारा जाता है। हरनंदी को हिंडन कहना बंद किया जाये। इस पर डॉ. अजय शंकर पाण्डेय ने कहा कि हरनंदी नाम तब सार्थक था जब यह नदी स्वच्छ थी, निर्मल थी और धारा प्रवाह बहती थी। आज जब यह नाला बन चुकी है तो इसे हरनंदी कहना हरनंदी नाम का अपमान है, हरनंदी शब्द के साथ न्याय नहीं। अतः यह संकल्प लिजिए कि हिंडन को पहले की तरह ही स्वच्छ और निर्मल बनायेंगे और फिर उसे हरनंदी के नाम से पुकारेंगे।

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