अंजलि का जीजा अक्षय भी गिरफ्तार, जानिए गाजियाबाद में मर्डर की वजह बनी अंजलि की कहानी, अक्षय की जुबानी

राजनगर एक्सटेंशन का तरुण पंवार हत्याकांड : अंजलि का जीजा अक्षय भी गिरफ्तार, जानिए गाजियाबाद में मर्डर की वजह बनी अंजलि की कहानी, अक्षय की जुबानी

 अंजलि का जीजा अक्षय भी गिरफ्तार, जानिए गाजियाबाद में मर्डर की वजह बनी अंजलि की कहानी, अक्षय की जुबानी

Tricity Today | नंदग्राम थाना पुलिस की हिरासत में अक्षय और मनोज

Ghaziabad News : राजनगर एक्सटेंशन की केडब्ल्यूए सोसायटी में रहने वाले इंटीरियर डिजाइनर हत्याकांड में पुलिस ने दो हत्याभियुक्तों को और गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त और अंजलि का जीजा एवं कमरा उपलब्ध कराने वाला मनोज पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। एक महिला समेत पांच अभियुक्तों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। हत्याकांड में नौ लोगों को नामजद किया गया था, दो फरार अभियुक्तों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

24 अगस्त को हुआ था हत्याकांड का खुलासा
नंदग्राम थाना पुलिस ने बताया कि 17 अगस्त को अमन स्वामी पुत्र अजय स्वामी निवासी  केडब्लूए सृष्टिख् राजनगर एक्सटेंशन ने थाना नन्दग्राम में तरुण की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। गुमशुदा की काफी खोज बीन के बाद 20 अगस्त को अपहरण का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। 24 अगस्त को पुलिस ने अंजलि, पवन और वंश को गिरफ्तार कर खुलासा किया क‌ि तरुण की 16 अगस्त को ही हत्या कर दी गई थी। पूछताछ के आधार पर मामले में नौ अभियुक्त बनाए गए। अभियुक्त अंकुर को 27 और  जितेन्द्र उर्फ जीते को दिनांक 28 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया।

मोरटा गांव में बुलाकर की थी हत्या
बता दें कि तरुण पंवार की धोखे से मोरटा गांव में बुलाकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना 16 अगस्त की है। अभियुक्तों ने शव को बुलंदशहर के बीबीनगर थानाक्षेत्र में ले जाकर फाबडे़े और दराती से टुकड़े कर बुलंदशहर और हापुड़ जनपद में गंगनहर में फेंक दिया था। इंटीरियर डिजाइनर को एक पैर बुलंदशहर में ओरंगाबाद से और धड़ अलीगढ़ में अतरौली के पास से बरामद हुआ था।

दीपांशु ने बहाने से मोरटा बुलाया था तरुण
24 अगस्त को डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने खुलासे के दौरान बताया था कि अंजलि के अपने जीजा अक्षय से संबंध थे। अक्षय के द्वारा ही उसे राजनगर एक्सटेंशन में फ्लैट दिलाया गया था। इसके अलावा अंजलि की सोसायटी में मेंटेनेंस विभाग में काम करने वाला पवन भी उसके संपर्क में था। कुछ दिनों से इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार भी अंजलि से नजदीकियां बढ़ाने लगा था, यह बात अंजलि ने अक्षय को बताई। अक्षय ने पवन के साथ मिलकर तरुण को ठिकाने लगाने की योजना बनाई और दीपांशु से फोन करवाकर तरुण को बहाने से मोरटा में एक मकान पर बुलवाकर मौत के घाट उतार दिया था।

अक्षय और मनोज भी गिरफ्तार
29 अगस्त को घटना में शामिल अभियुक्त मनोज पुत्र रूपा निवासी ग्राम मोरटा एवं अभियुक्त अक्षय पुत्र सतेन्द्र निवासी ग्राम रमाला जनपद बागपत को गिरफ्तार कर लिया गया। अक्षय वर्तमान में लोनी की लक्ष्मी गार्डन, इन्द्रापुरी में रहता है और अंजलि का जीजा है। मोरटा निवासी मनोज के मकान में बुलाकर ही तरुण पंवार की हत्या को अंजाम दिया गया था।

अक्षय की पत्नी की बड़ी बहन है अंजलि
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पूछताछ में अक्षय ने बताया कि अंजली मेरी साली और मेरी पत्नी नेहा की बड़ी बहन है, अंजलि का अपने पति वैभव से विवाद होने के कारण वह अलग रहती है। अक्षय ने बताया कि उसने अंजलि को रहने के लिए एक फ्लैट लोन पर लेकर दे रखा है। औरा कायमेरा सोसायटी के इस फ्लैट के लिए उसने छह लाख रुपये दिए थे जबकि चार लाख रुपये अंजलि ने ही दिए थे, लोन की किश्त का भुगतान मैं करता हूं। मैने ही एओए अध्यक्ष मास्टर सुशील कुमार से कहकर अंजलि की मेंटीनेंस विभाग में नौकरी लगवाई थी। मेंटीनेंस विभाग में मेरा दोस्त पवन भी काम करता था।

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