Ghaziabad News : गाजियाबाद के केंद्र में स्थित पुराने बस अड्डे की कायाकल्प के लिए रोडवेज ने एक निजी कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है। एमओयू के अंतर्गत पीपीपी मॉडल के तहत मल्टीयूज बस अड्डे का निर्माण किया जाएगा इस कमर्शियल हब का निर्माण आगामी 50 वर्षों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। पुराने बस अड्डे का नए सिरे से निर्माण किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा को केंद्र में रखकर बस अड्डे का निर्माण किया जाएगा।
अगले वर्ष से हो जाएगा कार्य शुरु
रोडवेज के पुराने बस अड्डे की जमीन पर कमर्शियल हब बनाने का कार्य नए वित्त वर्ष अप्रैल 2024 से शुरू हो जाएगा। यूपी सरकार ने रोडवेज के पुराने बस अड्डे की करीब दो एकड़ जमीन को मल्टीयूज बनाने के लिए निजी कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है। इस कंपनी के साथ मिलकर रोडवेज पीपीपी मॉडल पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेगा। अप्रैल 2024 तक रोडवेज को पुराने बस अड्डे की जमीन देनी होगी इसके लिए पुराने बस अड्डे का स्थानांतरण करने पर विचार किया जा रहा है। रोडवेज के अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पुराना बस अड्डा की जमीन पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए अप्रैल तक का समय दिया है। जिसके चलते अब रोडवेज जमीन को खाली करने की योजना पर काम कर रहा है।
बस संचालन के लिए तलाश की जा रही जगह
रोडवेज के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी का कहना है कि जल्द ही बस अड्डा खाली कर उसको सौंप दिया जाए ताकि वह निर्माण करने के लिए अभी से तैयारी कर सके। रोडवेज की योजना है कि जल्द ही वह अपनी बसों का संचालन किसी अन्य जगह शिफ्ट कर दे। इसके लिए रोडवेज प्रशासन ने दूसरी जगह तलाश करनी शुरू कर दी है। रोडवेज की कोशिश है कि जनवरी या फरवरी तक पुराने बस अड्डे से बसों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए।
कौशांबी का भी होगा कायाकल्प
इसी के साथ कौशांबी स्थित बस अड्डे का निर्माण भी किया जाना है जिसके लिए एमओयू साइन हो चुका है दोनों बस अड्डों का निर्माण करने की कवायत अगले वर्ष अप्रैल में शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद यहां यात्रियों को कई प्रकार की सुविधा मिलने लगेगी। अभी कौशांबी से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के लिए बसों का संचालन किया जाता है। यहां से प्रतिदिन 400 बसों का संचालन किया जाता है।