धौलाना के पूर्व विधायक असलम चौधरी को अंतरिम जमानत, दो करोड़ की रंगदारी में किए गए थे गिरफ्तार

गाजियाबाद कोर्ट से खबर : धौलाना के पूर्व विधायक असलम चौधरी को अंतरिम जमानत, दो करोड़ की रंगदारी में किए गए थे गिरफ्तार

धौलाना के पूर्व विधायक असलम चौधरी को अंतरिम जमानत, दो करोड़ की रंगदारी में किए गए थे गिरफ्तार

Tricity Today | अंतरिम जमानत मिलने के बाद समर्थकों के साथ पूर्व विधायक असलम चौधरी।

Ghaziabad News : ड्यूटी मजिस्ट्रेट आदर्श कुमार की अदालत ने सोमवार को धौलाना के पूर्व विधायक असलम चौधरी को अंतरिम जमानत दी है। बसपा के पूर्व विधायक और सपा नेता असलम एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश होंगे। यह जानकारी पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता अनीस चौधरी ने दी है। उन्होंने पूर्व विधायक की जमानत मंजूर न किए जाने की पैरवी की थी। इसके लिए अधिवक्ता अनीस चौधरी की ओर से तमाम दलीलें दी गईं लेकिन डयूटी मजिस्ट्रेट से अंतरिम जमानत दे दी। पूर्व विधायक को आज डासना जेल नहीं जाना पड़ा।

रविवार को रुड़की से हुई थी गिरफ्तारी
मसूरी थाना पुलिस ने रविवार को पूर्व विधायक असलम चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था। उनके खिलाफ रंगदारी मांगने के मामले में अदालत में पेश न होने पर गैर जमानती वारंट जारी हुए थे। मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए अदालत में चल रही थी। असलम चौधरी 2017 में बसपा से विधायक निर्वाचित हुए थे। 2022 में वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के धर्मेश तोमर के सामने पराजित हो गए थे।

2022 में फर्जी एग्रीमेंट पर जमीन कब्जाने का आरोप
आरोप है कि 7 सितंबर 2022 को पूर्व विधायक असलम चौधरी ने अपने साथियों के साथ फर्जी एग्रीमेंट के जरिए करोड़ों की जमीन कब्जाने की कोशिश की थी और आरोप यह भी है कि पूर्व विधायक ने जमीन के मालिक आ‌दिल रजा को कब्जा दिलाने की एवज में दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। 3 सितंबर 2023 को पुलिस कमिश्नर, गाजियाबाद ने मामले का स्वतः संज्ञान लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की और कोर्ट ने असलम चौधरी और उनके साथियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया। जिसके बाद से पुलिस असलम चौधरी की तलाश कर रही थी। रविवार को पुलिस ने रुड़की से असलम चौधरी को गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था।

क्या है पूरा मामला
आदिल यामीन उर्फ राजा दीवान ने गाजियाबाद के थाना मसूरी में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें पूर्व विधायक असलम चौधरी उनके पुत्र शाहनवाज उमरी सहित लगभग 20 से 25 अज्ञात को नामजद कराया गया था। आदिल यामीन के अनुसार, छह जुलाई, 2022 को पूर्व विधायक पुत्र शाहनवाज कुछ लोगों के साथ उनकी पुश्तैनी जमीन में घुस आए और जमीन कब्जा करने लगे। सूचना पर आदिल यामीन मौके पर पहुंचे और फोन करके पुलिस को बुलाया। पुलिस के आने पर शाहनवाज अपने साथियों सहित वहां से भाग गया। आरोपियों पर आदिल यामीन को जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगा था।

क्या कहा था पूर्व विधायक ने
मुकदमा दर्ज होने पर पूर्व विधायक असलम चौधरी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि बेटे शाहनवाज ने उक्त जमीन खरीदी थी। राजनैतिक षड़यत्र के तहत उन्हें मामले में फंसाया गया है।

हिस्ट्रीशीटर हैं पूर्व विधायक
एसीपी मसूरी नरेश कुमार ने बताया कि पूर्व विधायक असलम चौधरी का आपराधिक रिकॉर्ड है। उनके खिलाफ 29 मुकदमें दर्ज हैं और मसूरी थाने में हिस्ट्रीशीट खुली हैं। असलम चौधरी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जा चुकी है। दो जमीन पर कब्जा छुड़वाने के लिए पूर्व विधायक पर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगे जाने मामले में पूर्व विधायक फरार चल रहे थे। कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी होने के बाद उन्ह‌ें रविवार को गिरफ्तार किया गया था।

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