Ghaziabad News : डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के द्वारा की गई विवादित टिप्पणी पर अब सियासतदारों ने रोटियां सेंकनी शुरू कर दी हैं। दोहपर में भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस कमिश्नरेट पर प्रदर्शन किया तो शाम को भाजपा के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर डासना मंदिर पहुंच गए। डासना मंदिर पहुंचे विधायक नदंकिशोर गुर्जर ने कहा कि ये मंदिर किसी एक का नहीं है, हजारो हजार साल पुराने इस मंदिर पर हमला करके सनातन धर्म पर हमला किया गया है।
गोली मारकर एनकाउंटर करना चाहिए था
उन्होंने कहा कि पुलिस ने रात में लाठीचार्ज का जो नाटक किया, लेकिन रात 10-20 लोगों को गोली मारकर एनकाउंटर करना चाहिए था पुलिस को। ये हमला पूरे हिंदुत्व पर है। रात अगर 10-20 लोग मर जाते तो इस तरह का बबाल करने वाले नहीं होते। विधायक ने पुलिस को निशाने पर लेते हुए कहा कि शराब पीकर घर में सोने से पुलिसिंग नहीं होती। वो लोग पूरी योजना के साथ मंदिर पर हमला करने पहुंचे थे। मंदिर को कोई क्षति पहुंचा देते तो क्या होता। उन्होंने कहा जब सर तन से जुदा के नारे लगते हैं तब हिंदू समाज के लोग किसी मस्जिद पर जाकर पथराव करते हैं। ये देश कानून से चलता है। यहां पुलिस प्रशासन है।
आर-पार की लड़ाई की बात भी कही
मंदिर पर हमला बोलने वालों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाए। जो गिरफ्तार न हो, उसका असली एनकाउंटर होना चाहिए। उन्होंने पुलिस के कार्यवाही न करने पर आर- पार की लड़ाई की बात भी कही। उन्होंने यहां कह डाला कि आरपार की लड़ाई हो गई तो सात पीढ़ियां याद करेंगी। उन्होंने कहा विशेष धर्म के स्थानीय लोग ऐसे नहीं हो सकते, ये बाहर के लोगों ने किया है। स्थानीय लोग उन्हें पकड़वाने में मदद करें। हमले करने वालों में बाहर के आतंकवादी थे, रोहिंग्या थे, मैं लगातार बोलता आया हूं। विधायक ने यह भी यहां रहने वाले लोगों तो अपना बचाव करने के लिए उस धर्म चले गए थे, ये बेचारे उस धर्म के नहीं हैं, ये सब भगवान राम को मानने वाले हैं।
महंत जी के लिए नहीं हम मंदिर के लिए आए हैं
शनिवार शाम को डासना देवी मंदिर पहुंचे लोनी विधायक ने मीडिया से बात करते यह भी कहा कि हम यहां मंदिर के लिए आए हैं, महंतजी के लिए नहीं आए। विधायक ने कहा कि दिल्ली- एनसीआर का यह बहुत पुराना मंदिर है, यहां भगवान परशुराम जी ने भी पूजा की है। महाभारत में भी डासना मंदिर का वर्णन आता है। यहा रात में जो घटना हुई, वह बहुत ही निंदनीय है। महाराज जी (यति नरसिंहानंद) ने जो कहा, वो विषय अलग है। सनातन धर्म पर जिस तरह के हमले हो रहे हैं, बेटियों को मार दिया जा रहा है, बांग्लादेश में जो हालात हुए हैं, उससे स्वभावित है कि आवेश में आकर कुछ इस तरह की बात कह दी होगी।
पुलिस ने 150 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की
मामले में पुलिस की ओर से वेव सिटी थाने में 150 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एसआई भानुप्रकाश सिंह की तहरीर पर दर्ज एफआईआर में कहा गया कि शुक्रवार देर रात 100-150 लोग जमाकर डासना देवी मंदिर के सामने मुहम्मद पैगंबर साहब पर की गई टिप्पणी के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। उनके हाथों में लाठी डंडे थे। पुलिस के रोके जाने पर उन्होंने पथराव कर सरकार कार्य में बाधा उत्पन्न की, जिससे कानून- व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की संभावना है। इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उचित कानूनी कार्यवाही की जाए।