Tricity Today | हरिद्वार में श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरी जी महाराज के साथ डा. उदिता त्यागी।
Ghaziabad News : यति नरसिंहानंद सरस्वती फाउंडेशन और भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री डा. उदिता त्यागी हरिद्वार में संत समाज से शिवशक्ति धाम डासना के महंत और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर को हरिद्वार में संत समाज से भारी समर्थन मिलने का दावा किया है। डा. उदिता हरिद्वार में संत समाज से मिलीं और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी का साथ देने का निवेदन किया। उन्होंने श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े जाकर अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक और यति नरसिंहानंद गिरी के गुरू श्रीमहंत हरि गिरी जी महाराज को शिवशक्ति धाम डासना में चल रहे प्रकरण की विस्तार से जानकारी दी।
यति नरसिंहानंद के बयान पर शोध की आवश्यकता
डा. उदिता त्यागी के मुताबिक श्रीमहंत स्वामी हरि गिरी ने पूरी बात सुनने के बाद कहा है कि श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के बयानों पर शोध की आवश्यकता है। महाराज के बयानों की सत्यता की जांच के लिए एक आंतरिक कमेटी बनाई जाएगी। उन्होंने महापंचायत की ओर से प्रधानमंत्री से उच्च स्तरीय जांच के लिए एक आयोग के गठन की मांग का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मांग को स्वीकार करके ऐसा आयोग बनाना ही चाहिए। इससे सम्पूर्ण विश्व को सत्य का पता चलेगा और भ्रम की स्थिति दूर होगी।
आयोग की मांग का समर्थन मुस्लिम धर्मगुरू भी करें
श्रीमहंत ने कहा कि महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की बातें असत्य और तथ्यविहीन पाई जाती हैं तो हम भी उनके लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग करेंगे, परन्तु उनकी बातों में सत्यता निकलती है तो संपूर्ण संत समाज अपनी पूरी शक्ति के साथ उनका साथ देने को विवश होगा। आज संपूर्ण संत समाज सनातन धर्म के अस्तित्व को लेकर चिंतित है। उन्होंने यह भी कहा कि शिवशक्ति धाम डासना की पंचायत की इस मांग का समर्थन हिंदुओ और मुसलमानों के सभी धर्मगुरुओं को करना चाहिए।
शोध के बाद तय होगी रणनीति
डा. उदिता त्यागी ने सोशल मीडिया पर जारी वक्तव्य में कहा है कि श्रीमहंत स्वामी हरि गिरी ने यह भी कहा कि श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा अपने स्तर पर भी एक कमेटी बनाएगा, जो महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के इस्लाम संबंधी वक्तव्य की गहन जांच करेगी और यह तय करेगी कि श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की इस विषय में क्या रणनीति होगी।