Tricity Today | वेव सिटी थाना पुलिस की हिरासत डासना मंदिर के बाहर बवाल करने के आरोपी।
Ghaziabad News : गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की ओर से विवादित बयान पर प्रतिक्रिया स्वरूप बवाल और प्रदर्शन करने वाले 10 लोगों की जानकारी दी गई है। इनमें छह अभियुक्त शुक्रवार देर रात डासना मंदिर के बाहर हुए बवाल में शामिल बताए गए हैं। वेव सिटी थाना पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की। इसके अलावा चार लोगों को कैला भट्टा इलाके में प्रदर्शन के दौरान आपत्तिजनक भाषा प्रयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की ओर से गिरफ्तार अभियुक्तों में रवि गौतम को भी शामिल बताया गया है। डासना मंदिर के महंत की गिरफ्तारी या हिरासत की कोई अधिकारिक जानकारी पुलिस ने नहीं थी, हालांकि कल एडीसीपी कल्पना सक्सेना ने महंत के हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की थी।
संवेदनशील इलाकों में बढ़ाई गई निगरानी
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के प्रवक्ता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नगर कोतवाली और वेव सिटी थानाक्षेत्र में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। डासना मंदिर के आसपास पुलिस ने बेरिकेडिंग की है। पुलिस ने पूरे मामले में संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी है। पीआरओ की ओर से मीडिया को दी गई जानकारी के मुताबिक डासना देवी मंदिर के पास शुक्रवार देर रात पुलिस पर पथराव करने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने नगर कोतवाली इलाके से अरविंद गौतम, कपिल गौतम, अर्जुन कुमार और हाशिम को गिरफ्तार किया है।
डासना से गिरफ्तार होने वालों में ये हैं शामिल
पीआरओ के मुताबिक शुक्रवार देर रात डासना मंदिर के बाहर नारेबाजी करते हुए सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में थाना वेव सिटी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। उसके बाद मैनुअल इनपुट व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर समीर पुत्र नूर मोहम्मद निवासी मोहल्ला जलाल खानी- डासना, साजिद पुत्र अब्दुल रशीद निवासी मिर्दो वाला मोहल्ला, आमिर पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी जामा मस्जिद -डासना, शुऐब पुत्र साबुद्दीन निवासी पुरानी पैठ - डासना, फरमान उर्फ फर्रू पुत्र इलियास निवासी पुरानी पैठ - डासना और शहजाद सैय्यद पुत्र अमरूद्दीन निवासी देवी मंदिर रोड - डासना को हिरासत पुलिस में लिया गया।
ईष्ट के विरुद्ध टिप्पणी से नाराज होने की बात कही
पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हमारे ईष्ट पर दूसरे समुदाय के व्यक्तियों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी थी, जिससे हमारी धार्मिक भावना का ठेस पहुंची थी, जिसके कारण हम लोग इकठ्ठे हुए और गुस्से में नारेबाजी करना शुरू कर दिया था। पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों ने कबूल किया है कि वे पुलिस के समझाने पर भी शांत नहीं हुए थे।