Greater Noida : परी चौक और कासना का ट्रैफिक जाम झेलने वाले लोगों के लिए राहत भरी सामने आ रही है। वाहन चालकों को इस हिस्से में करीब पांच महीने और जाम का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद यहां फ्लाई ओवर बनने के बाद जाम से मुक्ति मिल जाएगी। जाम से बचाने के साथ ही यह फ्लाई ओवर लोगों के समय की बचत भी करेगा। सूरजपुर के दो औद्योगिक सेक्टरों को जोड़ने वाला यह फ्लाईओवर करीब 400 मीटर लंबा और तीन लेन का है।
मार्च तक बनकर हो जाएगी तैयार
ग्रेटर नोएडा के औद्योगिक सेक्टर साइट-5 और ईपीआईपी कासना को जोड़ने के लिए निर्माणाधीन फ्लाईओवर अगले साल के मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद इसे वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। यह फ्लाईओवर इन दोनों सेक्टरों को जोड़ेने के साथ ही फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स को ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली से भी कनेक्टिविटी देगा। दो औद्योगिक सेक्टरों को जोड़ने वाले 400 मीटर लंबे फ्लाईओवर को बनाने में करीब 18.4 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
70 प्रतिशत हो चुका है काम
पिछले साल दिसंबर में शुरू किए गए इस फ्लाईओवर के निर्माण को अगले साल मार्च में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस समय फ्लाईओवर का करीब 70 प्रतिशत कार्य किया जा चुका है। बाकी 30 प्रतिशत कार्य को पूरा करने में करीब पांच माह का समय और लगेगा। इस समय स्थिति यह है कि प्रतिदिन लोगों को इस मार्ग से गुजरने में करीब 20 से 30 मिनट का समय लगता है। जाम के कारण लोगों का पैसा और समय दोनों बर्बाद हो रहे हैं। फ्लाईओवर बनने के बाद जाम से निजात मिलने के साथ समय और पैसे की भी बचत होगी।
नोएडा के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे को मिलेगा सीधा रास्ता
इस फ्लाईओवर का निर्माण कार्य फ्लैटेड फैक्ट्री और यूपी स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPSIDA) के EPIP कॉम्प्लेक्स के पास किया जा रहा है। यहां से शुरू होकर यह फ्लाईओवर साइट 5 तक सावित्री बाई फुले इंटर कॉलेज के पास तक जाएगा। यूपीसीडा के वरिष्ठ प्रबंधक नवीन कुमार जैन ने बताया कि इस फ्लाईओवर के बनने से कासना और परि चौक होकर नोएडा जाने वाले वाहनों को सीधा रास्ता मिल जाएगा और इससे इन दोनों ही जगहों पर ट्रैफिक कम होगा। जिससे यहां से लोगों को नोएडा जाने के लिए सीधा रास्ता मिल जाएगा। इसके साथ ही यह फ्लाईओवर यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन से जुड़ेगा और फिर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को भी कनेक्टिविटी देगा।