Noida News : नोएडा के साइबर क्राइम थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट करके क्रेडिट कार्ड के बकाए बिल को लेकर डरा-धमकाकर एक करोड़ 19 लाख रुपये से अधिक की ठगी करने वाले साइबर अपराधी को गुरुग्राम स्थित एक रिलायंस स्टोर के पास से दबोचा है। पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया आरोपी और उसके साथी फर्जी बैंक खाते बनाकर लोगों को सीबीआई और मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर धोखा देते थे। पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है।
एक करोड़ 19 लाख 50 हजार रुपये की ठगी
पुलिस के अनुसार, साइबर क्राइम थाना नोएडा पर एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात साइबर अपराधी ने व्हाट्सएप के माध्यम से उनसे संपर्क किया था। आरोपियों ने पीडित को बताया कि उसके क्रेडिट कार्ड पर 1,09,000 रुपये का बकाया है। जिसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। इसके बाद आरोपी ने पीडित को डराने-धमकाने के लिए स्काई एप डाउनलोड करने के लिए मजबूर किया। आरोपियों ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट करते हुए एक करोड़ 19 लाख 50 हजार रुपये फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। शिकायत के बाद पुलिस टीम मामले की जांच में जुटी थी।
गुरुग्राम से पकड़ा आरोपी ठग
नोएडा पुलिस ने स्थानीय इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर मंगलवार को इस मामले में एक शातिर साइबर अपराधी झौजूकला चरकारी दादरी भिवानी हरियाणा निवासी नरेश को गुरुग्राम के रिलायंस स्टोर के पास से गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पता चला कि नरेश के खाते में 92 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे। पूछताछ में नरेश ने खुलासा किया कि वह और उसके साथी फर्जी बैंक खाते बनाकर लोगों को सीबीआई और मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर धोखा देते थे। ठगी के पैसे को नरेश अपने और अन्य फर्जी खातों में जमा करता था।
ठगी का 10 प्रतिशत कमिशन मिलता था
पकड़े गए आरोपी ने बताया कि ठगी से मिली धनराशि का 10 प्रतिशत कमीशन उसे मिलता था। पुलिस ने नरेश के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है, ताकि ठगी की गई राशि को रोकने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। इस तरह के साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, पुलिस ने चेतावनी दी है कि लोग ऐसे धोखाधड़ी के मामलों में सतर्क रहें और अनजान नंबरों से संपर्क करते समय सावधानी बरतें। इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास कर रही हैं।