Noida News : शुक्रवार को लखनऊ स्थित ऑडिट भवन में सीएजी (कंट्रोलर और ऑडिटर जनरल) द्वारा नोएडा प्राधिकरण के कामकाज पर लगी आपत्तियों को लेकर तीन घंटे लंबी सुनवाई की गई। इस सुनवाई में प्राधिकरण अधिकारियों ने सीएजी द्वारा उठाए गए लगभग 104 आपत्तियों में से 12 पर विस्तार से जवाब प्रस्तुत किया।
जवाब और बेहतर ढंग से तैयार करने के दिए निर्देश
सीएजी की तरफ से उठाए गए इन आपत्तियों में मुख्य रूप से सिविल, ग्रुप हाउसिंग, व्यावसायिक और वित्त विभाग से संबंधित मुद्दे शामिल थे। सीएजी के अधिकारियों के मुताबिक, प्राधिकरण के अधिकारियों ने इन आपत्तियों के जवाब दिए और प्रारंभिक तौर पर संतुष्टि जताई, लेकिन साथ ही यह निर्देश भी दिया गया कि इन जवाबों को और बेहतर ढंग से तैयार किया जाए। इसके अलावा, अधिकारियों से यह भी कहा गया कि वे अपने जवाबों के साथ उचित साक्ष्य भी प्रस्तुत करें।
92 आपत्तियों पर अगले माह होगी चर्चा
बैठक की अध्यक्षता डिप्टी एजी जयप्रकाश ने की, जो 11:30 बजे शुरू होकर दोपहर 2.30 बजे तक चली। बैठक में फिलहाल 12 आपत्तियों पर चर्चा की गई, जबकि बाकी 92 आपत्तियों पर आगामी बैठक में चर्चा करने का फैसला किया गया। सीएजी अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की समस्याओं का निस्तारण आगामी बैठक में किया जा सकता है, जो एक महीने बाद आयोजित होगी।
साल 2005 से 2024 का हुआ है ट्रांजेक्शन ऑडिट
सीएजी ने नोएडा प्राधिकरण के कामकाज की 2005 से लेकर 2024 जनवरी तक की जांच की थी, जिसे 'ट्रांजेक्शन ऑडिट' नाम दिया गया। इसमें प्राधिकरण के विभिन्न विभागों की वित्तीय गतिविधियों और कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। सीएजी के अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी आपत्तियों का निस्तारण समय पर हो, ताकि नोएडा प्राधिकरण का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे और सरकारी धन का सही तरीके से उपयोग हो सके।