Noida News : गाजियाबाद के एक नामी परिवार के खिलाफ नोएडा के थाना सेक्टर-24 में केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि गाजियाबाद में 1000 वर्ग मीटर का विला दिलाने के नाम पर परिवार ने एक वकील से 3 करोड़ रुपये ठगे हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानिए पूरा मामला
नोएडा के सेक्टर-35 निवासी मोहन पाल रावत पेशे से वकील हैं। वह पिछले 40 साल से हाईकोर्ट, दिल्ली, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की अदालतों में प्रैक्टिस कर रहे हैं। मांगे राम एंड संस के मामले में वर्ष 2015 में मोहन पाल की मुलाकात रियल एस्टेट कारोबारी की कंपनी के कर्मचारी अमित से हुई थी। अमित ने रियल एस्टेट में निवेश के नाम पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था। इसके बाद मोहन पाल की अमित और अन्य आरोपियों से गाजियाबाद में 1000 वर्गमीटर का विला खरीदने को लेकर बातचीत हुई थी। इसके लिए आरोपियों ने 3 करोड़ रुपये लिए। पैसे लेने के बाद भी आरोपियों ने जमीन की रजिस्ट्री नहीं की।
नगर निगम की जमीन का कर दिया सौदा
इस बीच पता चला कि जिस जमीन के लिए बातचीत हुई थी, वह नगर निगम की है। मोहनपाल ने डायरेक्टर पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया तो उसने चेक दिया जो बाउंस हो गया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
इनके खिलाफ केस हुआ दर्ज
थाना सेक्टर-24 पुलिस ने रियल एस्टेट कारोबारी रामनरेश रावत, सुधन रावत, विभा रावत, अंशुमान, देवेंद्र, हर्ष, पुष्पेंद्र, रेणुका, अमित और एमआर संस कंपनी के निदेशक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
बीएसपी और सपा से चुनाव लड़ चुके हैं सुधन रावत
रियल एस्टेट कारोबारी सुधन एक वक्त राजनीति में गाजियाबाद का बड़ा नाम थे। वह बीएसपी से गाजियाबाद की मुरादनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा दो बार समाजवादी पार्टी से मेयर का भी चुनाव लड़ चुके हैं। इसके बाद सपा ने सुधन को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने राजनीति से खुद को किनारे कर लिया।