Noida News : नोएडा पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जहां एक पिता ने दुष्कर्म (POCSO) के आरोपी अपने बेटे को जेल से छुड़ाने और सजा कम कराने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर न्यायालय में पेश कर दिए। फेस-2 थाना पुलिस ने आरोपी पिता को कानपुर देहात से गिरफ्तार किया है। इस फर्जीवाड़े में वो बेटे को तो बचा पाया उल्टा उसको खुद जेल जाना पड़ा है।
यह है पूरा मामला
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मोहनलाल नाम का व्यक्ति अपने बेटे अनिल कुमार को जेल से छुड़ाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार था। अनिल कुमार थाना इकोटेक-3 क्षेत्र में दर्ज मुकदमे के तहत जेल में बंद है। मोहनलाल ने न्यू सरस्वती सर्वहित विद्यालय मकनियापुर, कानपुर देहात के प्रिंसिपल नाथूराम के साथ मिलकर फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज तैयार किए।
फर्जी दस्तावेज पेश किए, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में पहुंचा बेटा
जांच में पता चला कि आरोपी पिता ने अपने बेटे को किशोर न्याय बोर्ड के सामने नाबालिग साबित करने के लिए फर्जी दस्तावेज पेश किए थे, ताकि उसे जमानत का लाभ मिल सके। मामले में थाना फेस-2 में केस दर्ज किया गया था। घटना के बाद से फरार चल रहे आरोपी मोहनलाल को पुलिस ने गहन छानबीन के बाद उसके गांव मुंडेरा किन्नर सिंह, थाना मंगलपुर, जिला कानपुर देहात से गिरफ्तार किया है।
और भी लोगों की संलिप्तता की जांच की
पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया है, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। फेस-2 पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। विशेषकर स्कूल प्रिंसिपल की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। यह एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो फर्जी दस्तावेजों के जरिए आरोपियों को कानूनी प्रक्रिया से बचाने का काम करता है।