Noida News : नोएडा के सेक्टर-27 स्थित कैलाश अस्पताल एवं हृदय संस्थान में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक व्यक्ति की जान सिर्फ इसलिए बच गई क्योंकि वह अपनी आवाज में आई असामान्य कर्कशता की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचा था। यह घटना दर्शाती है कि कभी-कभी छोटे से लक्षण भी बड़ी समस्याओं का संकेत हो सकते हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
बिशन सिंह बिष्ट नाम के व्यक्ति जब अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें शायद ही पता था कि उनकी यह छोटी सी शिकायत उनकी जान बचाने का कारण बनेगी। डॉक्टरों ने जब उनकी जांच की, तो पाया कि उनकी समस्या सिर्फ आवाज तक ही सीमित नहीं थी। अस्पताल के मुख्य कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जन डॉ. सतीश मैथ्यू ने बताया कि जांच के दौरान हमने पाया कि बिष्ट जी के शरीर की मुख्य महाधमनी में ऑर्टिक एन्यूरिज्म विकसित हो गया था। यह एक ऐसी स्थिति है जहां महाधमनी सामान्य से 1.5 गुना तक फूल जाती है। इसके अलावा, उनके हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली दो प्रमुख धमनियां भी अवरुद्ध थीं।
दिल का दौरा पड़ने से पहले बीमारी का पता चला
यह स्थिति इतनी गंभीर थी कि बिष्ट जी को किसी भी समय दिल का दौरा पड़ सकता था या फिर महाधमनी फट सकती थी। डॉक्टरों ने तुरंत एक जटिल सर्जरी की योजना बनाई, जो तीन चरणों में पूरी की गई। यह सर्जरी लगभग 15 घंटे तक चली। सर्जरी के दौरान, डॉक्टरों ने ऑफ-पंप CABG किया, मस्तिष्क में नई रक्त आपूर्ति बनाई, और महाधमनी को मजबूत किया। इस जटिल प्रक्रिया के बाद, बिष्ट जी को सात दिनों तक गहन निगरानी में रखा गया। अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
शरीर के संकेतों को न करें नजरअंदाज
डॉ. मैथ्यू ने कहा कि यह मामला दर्शाता है कि कभी-कभी छोटे से लक्षण भी बड़ी समस्याओं का संकेत हो सकते हैं। हमें अपने शरीर के संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दो दशकों में उनके अस्पताल में 5,000 से अधिक हृदय और रक्त वाहिकाओं संबंधी सर्जरी हो चुकी हैं।