Noida News : महादेव एप ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोस्ट वांटेड आरोपी और मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर की दुबई में इंटरपोल द्वारा गिरफ्तारी के बाद अब इस महाठगी के नोएडा मॉड्यूल से जुड़े कई रहस्यों के खुलने की संभावना है। 400 करोड़ रुपये से अधिक के इस फ्रॉड नेटवर्क में नोएडा से जुड़े तार और कई आरोपी पहले ही सामने आ चुके हैं।
फरवरी 2023 में नोएडा में खुला था पहला रैकेट
नोएडा के सेक्टर-39 कोतवाली पुलिस ने फरवरी 2023 में महादेव एप के नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए नोएडा स्थित सेक्टर-108 से इस फ्रॉड एप के नेटवर्क का पर्दाफाश किया था। उस वक्त इस गिरोह के 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। जिन पर बाद में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस की शुरुआती जांच में पाया गया था कि इस नेटवर्क के जरिए सैकड़ों लोगों से धोखाधड़ी की जा रही थी। इसे दुबई में बैठा सौरभ चंद्राकर संचालित कर रहा था।
फ्रेंचाइजी के जरिए फैला था नेटवर्क
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सौरभ ने इस गेमिंग एप को फ्रेंचाइजी मॉडल पर चलाया। नोएडा में भी उसने झांसी के एक व्यक्ति को फ्रेंचाइजी दी थी। जिसके बदले उसे मोटी रकम बतौर कमीशन मिलती थी। इस नेटवर्क का विस्तार भारत के कई राज्यों के अलावा दुबई, सिंगापुर, नेपाल, मलेशिया और हांगकांग जैसे देशों तक फैला हुआ था।
भारत में लाए जाने के बाद होगी कड़ी पूछताछ
सौरभ की दुबई से गिरफ्तारी के बाद उसे 10 दिनों के भीतर भारत लाने की उम्मीद जताई जा रही है। नोएडा पुलिस भी इस मामले में आगे की कड़ी कार्रवाई की योजना बना रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि सौरभ की गिरफ्तारी से नोएडा मॉड्यूल से जुड़े कई आरोपी, गुप्त खातों का विवरण और इस अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड के अन्य पहलुओं का पर्दाफाश हो सकता है।