मथुरा की मां-बेटी जिंदा इंडियन फ्लैप शेल लेकर पहुंची, दिवाली पर थी बेचने की योजना

नोएडा में कछुओं की तस्करी : मथुरा की मां-बेटी जिंदा इंडियन फ्लैप शेल लेकर पहुंची, दिवाली पर थी बेचने की योजना

मथुरा की मां-बेटी जिंदा इंडियन फ्लैप शेल लेकर पहुंची, दिवाली पर थी बेचने की योजना

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में मां-बेटी

Noida News : नोएडा की थाना फेस-1 पुलिस ने कछुओं की तस्करी करने वाली मां-बेटी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़ी गई दोनों महिलाएं दिल्ली एनसीआर में दिवाली कछुओं को बेचने पहुंची थी। पुलिस ने एक सूचना के आधार पर दोनों को गिरफ्तार लिया। महिला तस्करों के कब्जे से 14 जिंदा इंडियन फ्लैप शेल कछुए बरामद किए हैं। पुलिस ने वन्य अधिकारी की शिकायत पर दोनों महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की है। 

जानिए पूरा मामला 
डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि दोनों महिला तस्कर मां-बेटी हैं। दोनों के पतियों की मौत हो चुकी है। इनकी पहचान कमलेश उर्फ कन्नार और ज्योति के रूप में हुई है। दोनों मथुरा की रहने वाली हैं। उन्होंने बताया कि कई लोग कछुओं को शुभ मानते हैं और इन्हें घर में पालते हैं। कई लोग इस विलुप्त प्रजाति का सेवन भी करते हैं। इसलिए बाजार में इनकी मांग बढ़ गई है। इसी वजह से यह विलुप्त होने के कगार पर है। उन्होंने बताया कि वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत इस प्रजाति को अनुसूची I में संरक्षित प्रजाति और अनुसूची II में सरकारी संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है। इसे खरीदना, बेचना, परिवहन करना और शिकार करना पूरी तरह प्रतिबंधित है।

मौसेरी बहन के यहां था आना-जाना
थाना प्रभारी ने बताया कि कमलेश उर्फ कन्नार की मौसेरी बहन अंजली सेक्टर-10 स्थित जेजे कॉलोनी में रहती है। कमलेश अक्सर उनके पास आती-जाती रहती है। पूछताछ करने पर कमलेश ने बताया कि वह पहली बाद कछुओं को लेकर यहां बेचने आई थी। इससे पहले वह कभी इस काम के लिए यहां नहीं आई थी। उन्हें बताया गया था कि दिल्ली एनसीआर में दिवाली पर कछुओं का अच्छा दाम मिल जाएगा। जिसके बाद वह कछुओं को लेकर नोएडा पहुंची थी। 

3 से 5 हजार में बिकता है एक कछुआ
महिलाओं ने पूछताछ में बताया कि दोनों ने मथुरा में यमुना नदी से कछुए पकड़कर नोएडा समेत एनसीआर में बेचने के लिए लाए थे। उन्होंने बताया कि एक कछुए को 3 से 5 हजार रुपये में बेचते थे। फिलहाल पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है कि इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।

दिवाली पर होती है कछुए की पूजा 
महिला तस्करों ने बताया कि कछुए की पूजा करना शुभ माना जाता है। व्यापारी कछुए की सबसे ज्यादा पूजा करते हैं। इसलिए ये लोग सेक्टर-10 के आसपास कछुए बेच रहे थे। फिलहाल पुलिस इनसे जानकारी जुटा रही है कि ये दोनों किसको कछुए बेचते थे।

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