Noida News : भारत-इजराइल समझौते के तहत नोएडा से गए श्रमिक अभिजीत मिश्रा इन दिनों वहीं फंसे हुए हैं। वह युद्ध क्षेत्र से काफी दूर तेल अवीव में हैं। लेकिन वहां के मौजूदा हालात को देखते हुए परिजनों ने उनकी वापसी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। परिजनों का कहना है कि वे सुबह-शाम अभिजीत से बात कर हालात का जायजा ले रहे हैं। साथ ही उनकी सलामती की दुआ भी कर रहे हैं।
जानिए किस तरह पहुंचे इजराइल
दरअसल, श्रमिकों को इजराइल भेजने के लिए आवेदन मांगे गए थे। श्रम विभाग का कहना है कि उन्हें कुल 72 आवेदन मिले थे। इसके बाद उन्हें बुलाकर विभिन्न चरणों में साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी करने के बाद 5 श्रमिकों को इजराइल भेजे जाने वाली अंतिम सूची में चुना गया। तीन श्रमिक वहां जाने के लिए पंजीकृत राशि जमा नहीं कर पाए। अपर श्रम आयुक्त सरजू राम शर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के जलपुरा गांव निवासी दो सगे भाई अभिजीत मिश्रा और अविनाश मिश्रा भी पात्रता सूची में शामिल हुए।
अविनाश को भी जान था इजराइल
पहले चरण में अभिजीत मिश्रा को इजराइल भेजा गया। करीब एक महीने बाद अविनाश मिश्रा को इजराइल भेजने की तैयारी शुरू हुई, लेकिन इसी बीच वहां युद्ध छिड़ गया। इस कारण अविनाश मिश्रा वहां नहीं जा पाए।
तेल अवीव शहर में है अभिजीत
इस मामले में जब अविनाश मिश्रा से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि उनके भाई अभिजीत मिश्रा सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि वह तेल अवीव शहर में हैं। फिलहाल वहां कोई खतरा नहीं है, फिर भी वहां लगातार युद्ध जैसे हालात होने से परिवार उन्हें लेकर चिंतित है। मौका मिलते ही उन्हें वापस बुला लिया जाएगा। फिलहाल परिवार के लोग उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं और सुबह-शाम उनसे बात कर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।