Noida News : नोएडा के थाना सेक्टर-24 क्षेत्र में शुक्रवार रात भाजपा मंडल अध्यक्ष के बेटे और पत्नी से मारपीट के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने शनिवार को इस मामले में दिल्ली पुलिस एसीपी के बेटे और आईपीएस के दो भाइयों समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक सत्यनारायण महावर परिवार के साथ सेक्टर-12 में परिवार के साथ रहते हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष हैं। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके डब्ल्यूए-197 मकान पर पेंट का काम चल रहा है। शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे दो लेबर पेंट कर रहे थे। कारपेंटर ने पेंटरों के विवाद की जानकारी सत्य नारायण और उसके बेटे प्रशांत को दी थी। आरोप है कि इसी बीच पड़ोस में कैफे चलाने वाले सौरभ चौहान वहां पहुंच गया। उसने प्रशांत के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान प्रशांत को बचाने आई उसकी मां को भी सौरभ ने धक्का मारकर गिरा दिया। इस दौरान आरोपी सौरभ के साथ करीब 10 लोग थे।
आठ को गिरफ्तार कर जेल भेजा
इस मामले में पुलिस ने आरोपी सौरभ निवासी मयूर विहार दिल्ली, दिल्ली में तैनात एसीपी के बेटे कुशविन्दर और दीपक सिंह समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। सूत्रों से पता चला है कि वहां से पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है।
महिला आईपीएस के भाई हैं दो आरोपी
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि इस मामले में जेल भेजे गए आठ आरोपियों में से दो एक महिला आईपीएस के भाई बताएं जा रहे हैं। सूत्रों से पता चला है कि महिला आईपीएस भी घटना के समय मौके पर मौजूद थी। लेकिन आईपीएस होने के चलते एक्शन से बच गईं।
पुलिस ने आरोपियों के फोटो नहीं किए जारी
इस मामले में नोएडा पुलिस दोनों तरफ से दबाव में थी। दरअसल, पीड़ित पक्ष भाजपा नेता थे और आरोपी पक्ष भी प्रशासनिक रूप से काफी मजबूत था। आरोपी पक्ष में एक एसीपी और एक आईपीएस हैं। पुलिस ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के दबाव में आकर कार्रवाई तो कर दी। लेकिन इस मामले में बयान देने से बचते रहे।
नोएडा जोन के अधिकारियों ने साधी चुप्पी
इस मामले में नोएडा जोन के एसीपी-2 अरविन्द सिंह से बात की गई तो उन्होंने भरा ही अजीब तरह से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की उन्हें जानकारी नहीं है। इस मामले में एसीपी-1 से बात कर लीजिए। हैरानी की बात यह है कि एसीपी-2 को अपने सर्कल में हुई घटना की जानकारी नहीं है। इसके बाद नोएडा जोन एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा से बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।