Noida News : नोएडा के सेक्टर-117 में दिनदहाड़े 35 वर्षीय शहजाद की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। आरोपी चाकू लेकर उसके पीछे दौड़ता रहा और उसे मारता रहा। वह आराम से हत्याकांड को अंजाम देकर फरार हो गया। सूत्रों से पता चला है कि इस घटना के करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की पेट्रोलिंग नहीं होने से यह वारदात हुई है। इसी तरह रबूपुरा थाना क्षेत्र में खूनी संघर्ष में युवक की मौत होने के मामले में भी पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है। जिसके बाद से गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट सवालों के घेरे में घिरी हुई है।
आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस
सेक्टर-117 में दिनदहाड़े 35 वर्षीय शहजाद की हत्या कर दी है। इस हत्या की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। स्थानीय लोगों से बातचीत करने पर पता चला है कि इस जघन्य हत्याकांड के करीब आधे घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। जिसके बाद शहजाद को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस हत्याकांड पर भारतीय किसान यूनियन (क्रांति) के प्रदेश अध्यक्ष परविंदर यादव का कहना है कि घटनास्थल के आसपास करीब 5 से अधिक शराब ठेके हैं। यहां सुबह से लेकर देर रात तक शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। इस वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी भी शराब के नशे में बताया गया था। उनका कहना है कि इन शराब ठेकों पर आने वाले लोग आए दिन झगड़ा करते रहते हैं। यहां पुलिस पेट्रोलिंग न के बराबर होती है। परविंदर यादव का कहना है कि यह गांव के मुख्य रास्ता है। यहां एक पुलिस बूथ बनाया जाना चाहिए।
पुलिस की देरी से गई कमल की जान
थाना रबूपुरा क्षेत्र के भीखनपुर गांव निवासी 25 वर्षीय दलित कमल ट्रैक्टर-ट्रॉली में धान की पराली लेकर अपने घर जा रहा था। ट्रॉली से पराली एक दबंग के घर के सामने बिखर गई थी। जो आरोपियों को पसंद नहीं आई। पहले कहासुनी हुई और फिर गोली चल गई। इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। वहीं कहासुनी मारपीट में बदल गई। आरोप है कि आरोपियों ने ट्रैक्टर पर सवार युवक पर गोली चला दी। गोली लगने से कमल की मौत हो गई, जबकि 12 वर्षीय शनि गंभीर रूप से घायल है। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने थाने पर हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पक्ष के नितिन और निखिल को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना दिए जाने के करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। यदि घायल समय पर अस्पताल पहुंच जाता तो उसकी जान बच सकती थी। ग्रामीणों और परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। वहीं पुलिस का कहना है कि ऐसा कोई मामला हुआ ही नहीं। तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
एक साल पहले भी दलित युवक की हुई थी हत्या
भीखनपुर गांव में पिछले साल भी दलित युवक की हत्या हुई थी। 21 अक्टूबर को पूर्व प्रधान लखपत सिंह के बेटे ललित की 14 बार चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने 5 दिन बाद मामले का खुलासा करते हुए गांव के ही मनोज शर्मा समेत उसके साले और दो शूटरों को गिरफ्तार किया था। अवैध संबंधों के मामले में आरोपी मनोज ने शूटरों से हत्या को अंजाम दिलवाया था। एक साल बाद फिर दलित युवक की हत्या से लोगों में काफी रोष है। उनका कहना है कि पिछली घटना में भी उचित कार्रवाई नहीं की गई।
मायावती और चन्द्रशेखर ने घेरा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक्स पर लिखा, 'यूपी के गौतमबुद्ध नगर जिले के थाना रबूपुरा के गांव भीकमपुर में दबंगों द्वारा दलित परिवार के साथ की गई मारपीट में एक व्यक्ति की मौत और कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना अत्यंत दुखद और निंदनीय है। सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार की मदद करे। वहीं, घटना को लेकर भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया है। उन्होंने घटना पर दुख जताया है और इसकी निंदा की है। उन्होंने राज्य सरकार से आरोपियों को गिरफ्तार करने और घायलों का इलाज कराने की मांग की है।