शिलॉन्ग का गांजा कॉलेजों और पीजी में हो रहा था सप्लाई, पुलिस ने दबोचे पांच तस्कर

नोएडा में बिक रहा ऑनलाइन गांजा : शिलॉन्ग का गांजा कॉलेजों और पीजी में हो रहा था सप्लाई, पुलिस ने दबोचे पांच तस्कर

शिलॉन्ग का गांजा कॉलेजों और पीजी में हो रहा था सप्लाई, पुलिस ने दबोचे पांच तस्कर

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

Noida News : नोएडा में थाना फेज-3 पुलिस और सीआरटी टीम ने ऑनलाइन गांजा तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में एक महिला भी शामिल है। पुलिस का दावा है कि आरोपियों के पास 15 लाख रुपये कीमत का शिलॉन्ग गांजा और करीब 234 ग्राम हशीश बरामद की गई। पकड़े गए आरोपी कार से शिलॉन्ग जाते थे और वहां से गांजा लेकर आते थे। पुलिस को इन पर शक न हो, इसके लिए एक महिला इनके साथ जाती थी। ये दिल्ली एनसीआर के कॉलेजों, पीजी और अन्य जगहों पर ऑनलाइन गांजा सप्लाई करते थे। पुलिस अब गैंग के अन्य आरोपियों की तलाश में जुटे हैं। 

पुलिस खंगाल रही बैंक खाते 
सेंट्रल नोएडा डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि पांच गांजा तस्करों सेक्टर-71 डंपिंग ग्राउंड के पास से गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान बिंटू उर्फ कालू, सतेंद्र शर्मा, संदीप कुमार, आसिफ जमाल और काजल के रूप में हुई है। गिरोह का सरगना बिंटू है। यह पहले भी तीन बार जेल जा चुका है। दो बार नोएडा से और एक बार बुलंदशहर से। इसके कई बैंक खाते मिले हैं। जिसमें ग्राहक गांजा के लिए पैसे जमा करते थे। खातों की डिटेल निकाली जा रही है। साथ ही इनके और कितने साथी हैं, इसकी भी तलाश की जा रही है। ये लोग शिलांग से गांजा और हशीश लाकर एनसीआर क्षेत्र में ऑनलाइन अवैध नशे का कारोबार करते हैं। बिंटू गिरोह का सरगना है। वह अपने व्हाट्सएप नंबर और क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट लेता है। ये कूरियर के जरिए गांजा और हशीश सप्लाई करते हैं। इनके जरिए सैकड़ों लोगों को गांजा और हशीश बेचा जा चुका है।

मार्केटिंग कंपनी का लगाते थे रैपर
बिंटू खुद शिलॉन्ग जाकर सैंपल पास करता था। इसके बाद कागल के साथ गांजा लाता था। बिंटू ने कई सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उन पर नंबर डाल दिए थे। इस नंबर पर जब ग्राहक कॉल करता था या ग्रुप पर आता था तो ये लोग कूरियर के जरिए ग्राहक को गांजा सप्लाई करते थे। गांजे को रैप करके किसी ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी का रैपर लगाया जाता था। ताकि किसी को शक न हो। माल डिलीवरी से पहले ही ये ऑनलाइन पैसे मंगवा लेते थे। इसके अलावा काजल और अन्य दोस्त कॉलेज पीजी के पास ग्राहक तलाशते थे।

पांच साल में कमाए लाखों 
डीसीपी ने बताया कि पहले वे अपने ठिकाने पर गांजा बेचते थे। पुलिस के पकड़े जाने के डर से उन्होंने एनसीआर क्षेत्र में ऑनलाइन गांजा और चरस बेचना शुरू कर दिया। वे पिछले 5 साल से यह काम कर रहे हैं। पकड़ा गया संदीप कूरियर का काम कर ग्राहक तलाशता था। काजल लड़कियों के बीच  ग्राहक तलाशती थी। आसिफ और सतेंद्र बिंटू के यहां ड्राइवर का काम करते हुए तस्करी में शामिल हैं।

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