Noida News : नोएडा सहित पूरे दिल्ली-एनसीआर में 15 अक्टूबर से वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का पहला चरण लागू हो गया है। इस पहल के तहत, निर्माण गतिविधियों और अन्य कार्यों पर कड़े नियम लगाए गए हैं। क्रेडाई ने अपने सदस्यों को पत्र जारी करते हुए सभी नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है। जिससे प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
एंटी-स्मॉग गन और पानी का छिड़काव बढ़ाने की सलाह
क्रेडाई ने निर्माण स्थलों पर धूल और कचरे के उचित प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया है। विशेष रूप से, 500 वर्ग मीटर या उससे बड़े प्लॉट्स के लिए संबंधित राज्य के वेब पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है। क्रेडाई ने एंटी-स्मॉग गन और पानी का छिड़काव जैसे उपायों का उपयोग बढ़ाने की सलाह दी है, जिससे धूल के फैलाव को रोका जा सके।
क्रेडाई चेयरमैन ने की अपील
क्रेडाई के चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा कि हमारा उद्देश्य वायु प्रदूषण को कम करना है। सभी निर्माण कार्यों का वेब पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। "उन्होंने सभी बिल्डरों से अनुरोध किया कि वे इन नियमों का पालन करें, ताकि दिल्ली-एनसीआर के लोगों को एक स्वस्थ और साफ वातावरण मिल सके। क्रेडाई की यह पहल न केवल प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी, बल्कि एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण होगी।
धूल नियंत्रण को उठाएंगे जरूरी कदम
काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि ग्रैप स्टेज 1 के नियमों का पालन करना हमारे लिए सर्वोपरि है। यह न केवल निर्माण गतिविधियों को प्रभावित करेगा, बल्कि यह हमारे पर्यावरण की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम सभी आवश्यक कदम उठाएंगे, जैसे कि धूल नियंत्रण के उपाय और सही कचरा प्रबंधन, ताकि हम प्रदूषण के स्तर को कम कर सकें।
पर्यावरण की सुरक्षा सबसे पहले
मिगसन ग्रुप के एमडी यश मिगलानी ने कहा कि हम अपने सभी प्रोजेक्ट्स में ग्रैप के दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं और पर्यावरण की सुरक्षा को सबसे पहले रखते हैं। प्रदूषण को नियंत्रित करना हमारी जिम्मेदारी है, और हम हर संभव प्रयास करेंगे ताकि हमारे कार्यों से वातावरण पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
साफ हवा और स्वस्थ वातावरण जरूरी
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने भी ग्रैप के नियमों का समर्थन करते हुए कहा कि हम सभी बिल्डरों से निवेदन करते हैं कि वे ग्रैप के नियमों का पालन करें। साफ हवा और स्वस्थ वातावरण के लिए यह बहुत जरूरी है। हम सब मिलकर ही एक बेहतर और स्वच्छ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।