Noida News : नोएडा प्राधिकरण की अनदेखी से तंग आकर ग्राम मोहियापुर के निवासियों ने सामूहिक प्रयासों से श्मशान घाट का निर्माण कर एक मिसाल पेश की है। वर्षों से प्राधिकरण से श्मशान घाट निर्माण की मांग करने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों ने खुद इस कार्य को अंजाम दिया। इस अनूठी पहल की आस-पास के गांवों में भी काफी प्रशंसा हो रही है।
छह किलोमीटर दूर पड़ता जाना था
एडवोकेट नीरज लोहिया ने बताया कि ग्राम मोहियापुर, जो नोएडा के सेक्टर-163 में स्थित है और प्राधिकरण का अधिसूचित गांव है, विकास के नाम पर आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। गांव में चकबंदी के दौरान खसरा नंबर 55 की करीब डेढ़ बीघा जमीन श्मशान घाट के लिए छोड़ी गई थी, लेकिन प्राधिकरण ने अब तक इस पर कोई निर्माण नहीं किया। इसके चलते गांव के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए तीन गांवों से होकर छह किलोमीटर दूर यमुना नदी तक जाना पड़ता था। खराब मौसम में स्थिति और भी विकट हो जाती थी, जिससे सही से अंतिम संस्कार भी नहीं हो पाता था। खुद ही निर्माण का बीड़ा उठाया
नीरज लोहिया ने आगे बताया कि ग्रामीणों द्वारा कई बार प्राधिकरण और स्थानीय सांसद-विधायक से इस मुद्दे पर ध्यान देने की गुहार लगाई गई, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। आखिरकार, गांव के युवाओं ने खुद श्मशान घाट निर्माण का बीड़ा उठाया। पिछले दिनों हुई पंचायत में फैसला लिया गया कि गांव के सहयोग से श्मशान घाट का निर्माण किया जाएगा। सोमवार को गांव के सभी निवासियों के सहयोग से श्मशान घाट में एक टीन शेड का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही, चाहरदीवारी, नलकूप और वृक्षारोपण का काम भी ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है।